महाकुंभ में महिलाओं के वीडियो बनाकर अपलोड करने वाले 3 आरोपी गिरफ्तार

Digital Desk
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महाकुंभ वीडियो स्कैंडल मामला

MahaKumbh Snan Video Viral: गुजरात पुलिस ने महाकुंभ में स्नान कर रही महिलाओं के वीडियो बनाने और उन्हें यूट्यूब व टेलीग्राम पर अपलोड करने के आरोप में प्रयागराज के एक यूट्यूबर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों के पास से महिलाओं के आपत्तिजनक वीडियो फुटेज भी बरामद हुए हैं।

महाकुंभ में महिलाओं के वीडियो बनाकर किया अपलोड

अहमदाबाद साइबर अपराध पुलिस उपायुक्त लवीना सिन्हा के अनुसार, प्रयागराज निवासी चंद्र प्रकाश ने कुछ महीने पहले ‘सीपी मोंडा’ नाम से एक यूट्यूब चैनल बनाया था। इस चैनल पर उसने महाकुंभ में स्नान कर रही महिला तीर्थयात्रियों के वीडियो अपलोड किए थे। इसके बाद पुलिस ने उसे प्रयागराज से गिरफ्तार किया।

महाराष्ट्र से भी दो आरोपी गिरफ्तार

इस मामले में पुलिस ने महाराष्ट्र के लातूर और सांगली से प्रज्वल तेली और प्राज पाटिल को भी गिरफ्तार किया। इन दोनों पर टेलीग्राम पर पैसे कमाने के उद्देश्य से महिला मरीजों के आपत्तिजनक वीडियो अपलोड करने का आरोप है। इनका एक बड़ा नेटवर्क था, जिसमें वे राजकोट स्थित एक अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज का भी गलत इस्तेमाल कर रहे थे।

कैसे किया अपराध?

पुलिस की जांच में पता चला कि प्रज्वल और प्राज ने कुछ हैकर्स की मदद से अस्पताल के सीसीटीवी सिस्टम में सेंध लगाई और महिला मरीजों के वीडियो चुरा लिए। चंद्र प्रकाश ने भी यूट्यूब से आपत्तिजनक वीडियो डाउनलोड कर अपने चैनल पर अपलोड किए। हालांकि पुलिस यह जांच कर रही है कि क्या चंद्र प्रकाश भी इन वीडियो को बेचने की योजना बना रहा था।

प्रज्वल और प्राज का क्या कनेक्शन है?

महाराष्ट्र के प्रज्वल तेली और प्राज पाटिल आपस में एक-दूसरे को जानते थे, लेकिन इनका चंद्र प्रकाश से कोई सीधा संबंध नहीं था। ये दोनों 12वीं पास करने के बाद लातूर में मेडिकल (NEET) की तैयारी कर रहे थे। लेकिन इस दौरान इन्होंने साइबर अपराध में लिप्त होकर अवैध तरीके से पैसा कमाने की योजना बनाई।

7-8 महीनों में लाखों रुपये कमाए

पुलिस के अनुसार, प्रज्वल और प्राज ने चोरी किए गए वीडियो को 800 से 2000 रुपये में ऑनलाइन बेचा। इस तरह, 7-8 महीनों में इन्होंने 8 से 9 लाख रुपये कमाए। इनके डिवाइस से करीब 2,000 से ज्यादा अश्लील क्लिप मिली हैं, जिनमें सार्वजनिक स्थानों के वीडियो भी शामिल हैं।

पुलिस ने तीनों आरोपियों को 1 मार्च तक हिरासत में रखा है और आगे जांच जारी है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इनके साथ और कौन-कौन लोग जुड़े हो सकते हैं और क्या ये वीडियो अन्य वेबसाइटों पर भी बेचे गए हैं।

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