Jharkhand News: झारखंड में मानसून (Monsoon) की शुरुआत से ही मूसलधार बारिश (Torrential Rainfall) ने कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) ने सोमवार, 30 जून 2025 को एक्स (X Platform) पर एक वीडियो साझा कर राज्यवासियों को आश्वस्त किया कि सरकार बारिश से प्रभावित लोगों के साथ खड़ी है।
उन्होंने कहा, “मानसून की शुरुआत से ही बारिश की तीव्रता चिंता का विषय है। यह बदलाव पर्यावरणीय दृष्टिकोण (Environmental Factors) से हो रहे हैं। प्रभावित और नुकसान झेल रहे लोगों पर सरकार की नजर है, और उन्हें हर संभव सहायता (Relief Assistance) दी जाएगी।”
बाढ़ जैसे हालात, प्रशासन को सतर्क रहने का निर्देश
मौसम विभाग (India Meteorological Department, IMD) के अनुसार, झारखंड में 1 जून से 29 जून तक 327.5 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य 181.4 मिमी से 81% अधिक है। रांची में 198% और लातेहार में 190% अधिक वर्षा (Rainfall) हुई है।
रांची, सरायकेला-खरसावां, और पूर्वी सिंहभूम जैसे जिलों में जलभराव (Waterlogging) और यातायात व्यवधान की स्थिति बनी हुई है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासनों (District Administrations) और आपदा प्रबंधन विभाग (Disaster Management Department) को 24 घंटे सतर्क रहने और राहत कार्य (Relief Operations) तेज करने का निर्देश दिया है।
जनता से सतर्कता की अपील
CM सोरेन ने पर्यावरणीय बदलावों (Climate Change) को बारिश की तीव्रता का कारण बताते हुए जनता से निचले इलाकों में सावधानी बरतने और गैर-जरूरी यात्रा से बचने की अपील की। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री (Relief Supplies) और मुआवजा (Compensation) तुरंत उपलब्ध कराया जाएगा।
रांची नगर निगम और अन्य स्थानीय प्रशासनों ने जलभराव प्रभावित क्षेत्रों में नालियों की सफाई और पंपिंग कार्य शुरू कर दिए हैं। यह बारिश पिछले कुछ वर्षों में झारखंड में देखी गई सबसे तीव्र मानसून गतिविधियों में से एक है।