Bathua Spicy Greens : बथुए का चटपटा साग (Bathua’s Spicy Greens) और साथ में गरमा-गरम रोटी (Hot Bread) हो तो तन-मन तृप्त हो जाता है। बथुए का रायता (Bathua’s Raita) तो दिल-दिमाग में उमंग भर देता है।
यह ऐसा साग है जो शरीर के लिए बेहद गुणकारी (Extremely Effective) है। इसमें भरपूर Vitamin होते हैं जो शरीर को रोगों से बचाते हैं।
इस साग की एक विशेषता है कि यह खून (Blood) को भी साफ रखता है। इस साग का इतिहास हजारों वर्ष पुराना है और इसकी उत्पत्ति कई क्षेत्रों में मानी जाती है।
सारे साग स्वाद में जबर्दस्त और गुणों में भरपूर
बथुआ (Bathua) सर्दी की सब्जी है। भारत में जब भी सर्दी का मौसम आता है तो साथ में साग की बहार भी लेकर आता है। इसी मौसम में पालक (Spinach), चना, सरसों, मेथी, कुल्फा के अलावा बथुए के साग की भी खूब पैदावार होती है।
इन सभी सागों की विशेषता यह है कि इन्हें चाहे निखालिस बना लो या दाल, आलू (Potato) और अन्य सब्जियों के साथ पका लोम और तो और साग-गोश्त या मुर्ग साग भी मुंह में पानी पैदा कर देगा। सारे साग स्वाद में जबर्दस्त और गुणों (Properties) में भरपूर। चूंकि इस साग की उत्पत्ति अनेक क्षेत्रों में एक साथ है।
असल में बथुए का स्वाद दूसरे सागों से अलग होता है
भारत (India) में बथुए का साग या रायता बनाया जाता है तो अन्य देशों में इसका उपयोग सलाद, स्मूदी और जूस (Juice) में भी किया जाता है। वैरायटी के रूप में इस साग को स्टीम्ड, सॉटेड (Special Dishes), करी या सूप में जोड़ा जा सकता है।
असल में बथुए का स्वाद दूसरे सागों से अलग होता है, हल्का सा नमक का Flavour लिए हुए। इसलिए इसकी कई डिश बनाई जाती हैं। इसलिए इसका उपयोग भी अलग-अलग तरह के खाने के लिए किया जाता है, जैसे की सूप, भुजिया, मसालेदार सब्जी (Pickled Vegetables) और भी अन्य।