Deepak Vibhar murder case: पूर्वी सिंहभूम के सिदगोड़ा में दीपावली की रात हुई दीपक विभार हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है।
DSP मुख्यालय–1 भोला प्रसाद ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर हथियारों का जखीरा बरामद किया गया है। इनके पास से एक देशी कट्टा, एक रिवॉल्वर, दो मैगजीन और पांच जिंदा कारतूस जब्त हुए हैं।
घटना भुइयांडीह इलाके की है, जहां दीपक विभार को गोली मारकर घायल कर दिया गया था। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
सिदगोड़ा थाना प्रभारी के नेतृत्व में बनी स्पेशल टीम ने तकनीकी जांच और गुप्त सूचना के आधार पर प्रेम यादव (27), रौशन कुमार (26) और अंगद मुखी (18) को दबोचा। तीनों सिदगोड़ा के ही रहने वाले हैं।
सूचना मिली कि एक आरोपी बाबूडीह कब्रिस्तान के पास किसी से मिलने आ रहा है। तुरंत छापा मारा गया और प्रेम यादव धर लिया गया।
पूछताछ में उसने खुलासा किया कि हत्या में इस्तेमाल रिवॉल्वर रौशन यादव के पास है। रौशन की गिरफ्तारी के बाद उसने अंगद मुखी का नाम लिया। अंगद के घर से सारे हथियार बरामद हो गए।
इस वजह से हुई हत्या
मुख्य आरोपी अशोक दुबे (जो पहले ही गिरफ्तार है) का अपने दोस्त मुन्ना से किसी बात पर झगड़ा हुआ था। दीपावली की रात विवाद बिगड़ा तो अशोक ने पिस्तौल तान दी। बीच-बचाव करने आए दीपक विभार को गोली लगी और उनकी जान चली गई।


