इस्लामाबाद: इमरान खान (Imran Khan) के लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। एक तरफ सरकार उनकी पार्टी पर बैन लगाने की तैयारी कर रही है, तो दूसरी तरफ 9 मई को PTI समर्थकों द्वारा की गई हिंसा (Violence) के बाद छोटे-बड़े 35 से ज्यादा नेता इमरान खान की पार्टी से नाता तोड़ चुके हैं।
वैसे सरकारी दबाव भी इसकी वजह हो सकती है। पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व केंद्रीय मंत्री फवाद चौधरी के खिलाफ पाइप, नल, बिजली के तार आदि चुराने के 11 मामले दर्ज हुए हैं।
लाहौर हाई कोर्ट (Lahore High Court) में इन पर सुनवाई होनी है। उधर इमरान खान का आरोप है कि पाकिस्तानी सरकार उनकी पार्टी को कुचलने की कोशिश कर रही है, जिससे कि वे चुनाव नहीं लड़ सके।
पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने भी छोड़ा इमरान खान का साथ
इमरान खान की पार्टी, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) को एक और झटका लगा है। PTI के वरिष्ठ नेता और उनकी सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्री रहे फवाद चौधरी ने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है।
बुधवार शाम उन्होंने Tweet करते हुए कहा, ‘मेरे पहले के बयान में मैंने 9 मई की घटनाओं की स्पष्ट रूप से निंदा की थी। मैंने राजनीति (Politics) से ब्रेक लेने का फैसला किया है, इसलिए मैंने पार्टी के पद से इस्तीफा दे दिया है और इमरान खान से अलग हो रहा हूं।’
पाकिस्तान में 9 मई को इमरान खान की गिरफ्तारी (Arrest) के बाद हुई हिंसा के बाद पीटीआई से नाता तोड़ने वालों में फवाद चौधरी दूसरे बड़े नेता हैं। उनसे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ PTI नेता शिरीन मजारी भी पीटीआई छोड़ने का ऐलान कर चुकी हैं।
PTI पर पाबंदी लगाने पर विचार कर रही सरकार- रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ
इस बीच पाकिस्तान (Pakistan) के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ (Khwaja Asif) ने बुधवार को कहा कि सरकार इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के खिलाफ पाबंदी लगाने पर विचार कर रही है।
उन्होंने कहा कि Pakistan के पूर्व प्रधानमंत्री की गिरफ्तारी (Arrest) के बाद सैन्य प्रतिष्ठानों पर खान के समर्थकों द्वारा हमले किये जाने के बाद यह कदम उठाने पर विचार किया जा रहा है।