Iran-Israel war: ईरान और इजरायल के बीच छह दिनों से जारी भीषण युद्ध में स्थिति दिन-ब-दिन विस्फोटक होती जा रही है। इस बीच, ईरान ने भारत से खुलकर मदद की अपील की है। ईरान के उप-राजदूत मोहम्मद जवाद हुसैनी ने भारत से मांग की है कि वह इजरायल की कड़े शब्दों में निंदा करे और उस पर हमले रोकने के लिए दबाव बनाए।
हुसैनी ने कहा, “भारत एक शांति समर्थक देश है, और उसकी आवाज वैश्विक मंच पर सुनी जाती है। ऐसे में भारत को इजरायल की आक्रामकता की आलोचना कर सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।” यह पहली बार है जब ईरान ने इस युद्ध में भारत से खुलकर हस्तक्षेप की मांग की है।
ईरान में फंसे भारतीयों की निकासी
युद्ध के बीच ईरान में करीब 1,000 भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं, जिन्हें सुरक्षित निकालना एक बड़ी चुनौती है। ईरान इस मामले में भारत का सहयोग कर रहा है और तीन विमानों के जरिए भारतीयों को निकालने की तैयारी कर रहा है। पहला विमान शुक्रवार रात को रवाना होने वाला है, जबकि शनिवार को दो और विमान भेजे जाएंगे।
इसके अलावा, इस सप्ताह ऑपरेशन सिंधु के तहत 110 भारतीयों को सड़क मार्ग से आर्मेनिया के रास्ते सुरक्षित दिल्ली लाया गया था। दिल्ली पहुंचने पर इन नागरिकों ने भारतीय दूतावास की त्वरित कार्रवाई की सराहना की।
इजरायल में भी निकासी की कोशिश
इजरायल में भी तनावपूर्ण स्थिति के कारण भारतीय नागरिकों की सुरक्षा चिंता का विषय बनी हुई है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को घोषणा की कि ऑपरेशन सिंधु के तहत इजरायल से भी नागरिकों को निकाला जा रहा है।
हवाई क्षेत्र में पाबंदियों के कारण सड़क मार्ग से जॉर्डन या अन्य पड़ोसी देशों के रास्ते निकासी की योजना बनाई जा रही है। विदेश मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों से दूतावास के साथ संपर्क में रहने और यात्रा सलाह का पालन करने की अपील की है।
युद्ध की स्थिति
ईरान और इजरायल के बीच 13 जून 2025 से शुरू हुआ युद्ध छठे दिन में प्रवेश कर चुका है। इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों, सैन्य अड्डों और पुलिस मुख्यालय पर हमले किए, जबकि ईरान ने हाइपरसोनिक मिसाइलों से इजरायल के तेल अवीव, हाइफा और बेर्शेबा के सैन्य और औद्योगिक ठिकानों को निशाना बनाया।
ईरान में 639 लोगों की मौत और 1,277 घायल होने की खबर है, जबकि इजरायल में 240 लोग घायल हुए हैं। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई को निशाना बनाने की धमकी दी है, जबकि खामेनेई ने इजरायल को “कड़वी सजा” देने की चेतावनी दी है।
मोदी ने ट्रम्प से 35 मिनट तक फोन पर की बात
भारत ने इस युद्ध में तटस्थ रुख अपनाया है और दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। विदेश मंत्रालय ने 18 जून को एक बयान में कहा कि भारत क्षेत्र में बढ़ते तनाव पर चिंता व्यक्त करता है और सभी पक्षों से शांति और कूटनीति का रास्ता अपनाने का आग्रह करता है।
भारत ने अपनी रणनीतिक स्वायत्तता की नीति के तहत इजरायल और ईरान दोनों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखे हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से 35 मिनट तक फोन पर बात की, जिसमें क्षेत्रीय स्थिति पर चर्चा हुई।