Jharkhand News: पलामू जिले के बिश्रामपुर में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (SDPO) आलोक कुमार टूटी को रेहला थाने में प्रवेश से रोकने का मामला सामने आया है। इस गंभीर लापरवाही पर पलामू SP रीष्मा रमेशन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रेहला थाना प्रभारी संतोष कुमार को शुक्रवार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
उनकी जगह मेदिनीनगर टाउन थाना के सब-इंस्पेक्टर गुलशन बिरुआ को रेहला का नया थाना प्रभारी नियुक्त किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
15 मई 2025 की रात SDPO आलोक कुमार टूटी रात्रि गश्ती के दौरान बिश्रामपुर क्षेत्र में थे। इस दौरान उन्होंने अवैध बालू खनन के लिए इस्तेमाल हो रहे एक ट्रैक्टर को पकड़ा और उसे जब्त कर रेहला थाने ले गए।
लेकिन थाने का मुख्य गेट ताला बंद मिला। SDPO ने थाना प्रभारी संतोष कुमार को फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। मौके पर मौजूद ड्यूटी ऑफिसर ने बताया कि थाना प्रभारी के आदेश पर ही गेट में ताला लगाया गया था।
इस घटना से नाराज SDPO टूटी ने तुरंत SP रीष्मा रमेशन को विस्तृत रिपोर्ट सौंपी। SP ने इसे गंभीर अनुशासनहीनता और कर्तव्य में लापरवाही मानते हुए संतोष कुमार को सस्पेंड कर दिया।
SP ने नए थाना प्रभारी गुलशन बिरुआ को 24 घंटे के भीतर अनुपालन रिपोर्ट (compliance report) जमा करने का निर्देश दिया।
बालू माफिया से सांठगांठ का आरोप
संतोष कुमार पर अवैध बालू खनन माफिया से सांठगांठ के भी आरोप लगे हैं। सूत्रों के मुताबिक, रेहला क्षेत्र में बालू का अवैध उठाव लंबे समय से चल रहा था, और थाना प्रभारी की निष्क्रियता ने इस गतिविधि को बढ़ावा दिया।
SDPO की कार्रवाई से माफिया में हड़कंप मच गया है।
पलामू में बालू खनन का मुद्दा
पलामू जिला, खासकर सोन नदी के आसपास के क्षेत्र, अवैध बालू खनन का गढ़ रहे हैं। इससे न केवल पर्यावरण को नुकसान हो रहा है, बल्कि सरकार को करोड़ों रुपये का राजस्व नुकसान भी हो रहा है।
पहले भी बिहार और झारखंड में बालू माफिया के खिलाफ कार्रवाइयां हुई हैं। 2021 में बिहार में दो IPS और चार SDPO सहित 15 अधिकारियों को बालू माफिया से सांठगांठ के लिए सस्पेंड किया गया था।
नए थाना प्रभारी की जिम्मेदारी
गुलशन बिरुआ, जो पहले मेदिनीनगर टाउन थाना में सब-इंस्पेक्टर थे, को अब रेहला थाने की कमान सौंपी गई है। SP ने उनसे अवैध बालू खनन पर सख्ती और थाना संचालन में पारदर्शिता सुनिश्चित करने की उम्मीद जताई है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गुलशन बिरुआ का रिकॉर्ड अच्छा रहा है, और उनसे क्षेत्र में कानून-व्यवस्था मजबूत करने की अपेक्षा है।