रांची: देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) 24 मई से झारखंड (Jharkhand) दौरे पर हैं। पहले दिन उन्होंने झारखंड हाईकोर्ट (Jharkhand High Court) के नए भवन का उद्घाटन किया।
JMM ने झारखंड के लिए राष्ट्रपति के योगदान को लेकर जमकर उनकी तारीफों का पुल बांधा। दूसरी ओर BJP पर निशाना भी साधा।
पार्टी के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य (Supriyo Bhattacharya) ने भगवान बिरसा मुंडा की धरती पर उनका स्वागत करते हुए कहा कि झारखंड गठन के बाद सबसे लंबे समय (करीब छह साल) तक राज्यपाल (Governor) रहने का गौरव उन्हें प्राप्त हुआ।
इस दौरान उन्होंने झारखंड के आदिवासी-मूलवासियों के लिए कई अहम निर्णय लिए, जिसके लिए झारखंड वासी आज भी उनके ऋणी हैं, आभारी हैं। बुधवार को सुप्रियो भट्टाचार्य ने मीडिया से बात करते हुए ये बातें कही।
CNT-SPT एक्ट में संशोधन को राज्यपाल रहते हुए किया था खारिज
सुप्रियो ने कहा कि राज्य के पूर्व CM रघुवर दास की सरकार ने आदिवासी-मूलवासियों की जमीन लूटने के लिए CNT-SPT एक्ट में संशोधन प्रस्ताव लाया, तो बतौर राज्यपाल द्रौपदी मूर्मू ने उसे खारिज कर जो उपकार आदिवासी-मूलवासियों पर किया, उसे वे कभी भूल नहीं पाएंगे।
आज भी द्रौपदी मुर्मू झारखंड की मासी-पीसी (बंगला में मौसी और बुआ) जैसी हैं। झारखंड और झारखंडियों (Jharkhand and Jharkhandis) से जो उनकी आत्मीयता रही है, किसी से छुपी नहीं है।