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अभिभावकों को राहत दिलाने के लिए 1 जून से शुरू होगा मिस्ड कॉल अभियान

नई दिल्ली: कोरोना के इस संक्रमण काल में अभिभावकों की दिक्कतें बढ़ रही हैं। बड़ी संख्या में अभिभावकों की नौकरी चली गई और कारोबार बंद पड़े हैं, लेकिन स्कूल संचालकों ने फीस में कोई राहत नहीं दी है।

कोरोना काल में आर्थिक संकट झेल रहे अभिभावकों को राहत दिलाने के लिए नीडा और आई युवा संस्था द्धारा मंगलवार से की ओर से विशेष अभियान की शुरुआत की जाएगी।

एक जून से शुरू हो रहे इस अभियान में मिस्ड काल के माध्यम से लोगों का समर्थन हासिल किया जाएगा और ईमेल के माध्यम से अभिभावक अपनी समस्या एवं सुझाव बता सकेंगे।

ज्यादातर अभिभावकों के सामने परिचय देने की समस्या होती है, उन्हें ध्यान में रखते हुए मिस्ड काल अभियान शुरू किया गया है।

जहां वह बिना डरे समर्थन कर सकेंगे। पीडि़त अभिभावकों की बात को मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री तक पहुंचाकर उनके लिए रियायत की मांग की जाएगी।

स्कूल फीस व अन्य समस्याओं को लेकर सेक्टर-62 स्थित श्री मंगलम कालेज ऑफ लॉ में न्यू एजुकेशनलिस्ट एंड इंटरप्राइजिंग डेवलपमेंट एसोसिएशन नीडा और आई युवा की बैठक आयोजित हुई। बै

ठक में आई युवा अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह ने बताया कि सर्व सहमति से यह निर्णय लिया गया कि संयुक्त अभियान के जरिये प्रशासन, स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों के बीच समन्वय स्थापित करके इस समस्या का व्यावहारिक समाधान निकाला जाएगा।

नीडा के अध्यक्ष हर्ष राज द्विवेदी ने कहा कि महामारी के कारण मार्च 2020 से स्कूल संचालित नहीं हो रहे हैं।

स्कूल प्रबंधन अभिभावकों पर फीस के लिए दबाव बना रहे हैं। एक जून से 9718885665 नंबर पर मिस्ड काल सेवा शुरू होगी अभिभावक अपनी बात रख सकेंगे।

यहां पर 20 जून तक शिकायतें ली जाएंगी इसके बाद इसकी रिपोर्ट शासन को सौंपते हुए मांग की जाएगी कि अभिभावकों को राहत दिलवायी जाए।

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