भारत

कोरोना से उबर चुके लोग 6 माह बाद ही कराएं गैरजरूरी सर्जरी, 120 दिन के पहले न कराएं दोबारा जांच: विशेषज्ञ

पुणे: कोरोना संक्रमण से उबर चुके लोगों को गैर-जरूरी सर्जरी कराने से पहले सर्जन की तरफ से प्री-ऑपरेटिव प्रोटोकॉल के रूप में फिर से आरटी-पीसीआर- एंटीजन टेस्ट के लिए कहा जा रहा है।

हालांकि, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और कोविड-19 के लिए राष्ट्रीय टास्क फोर्स के विशेषज्ञों ने ठीक होने के 102 दिनों के भीतर दोबारा कोविड टेस्ट नहीं कराने की सलाह दी है।

ऐसा शरीर में कुछ समय तक रहने वाले नॉन वायबल डेड वायरस पार्टिकल की मौजूदगी से किया जाना जरूरी है।

नॉन वायबल डेड वायरस पार्टिकल बीमारी नहीं फैला सकते हैं, लेकिन एक गलत पॉजिटिव रिजल्ट दे सकते हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि सर्जनों को कोरोना से उबर चुके लोगों पर छह महीने बाद ही गैर-जरूरी सर्जरी पर विचार करना चाहिए।

सर्जन यह सुनिश्चित कर लें कि सर्जरी के बाद मरीज को पूरा समय मिलेगा और वह जल्दी से ठीक हो सकेंगे।

टास्क फोर्स के सदस्य संक्रामक रोग एक्सपर्ट संजय पुजारी ने कहा कि वर्तमान में, कोरोना से ठीक होने के 102 दिनों के बाद ही कोविड के फिर से संक्रमण की पुष्टि की जाती है।

इसलिए, इस समय सीमा के भीतर फिर से टेस्ट की सलाह नहीं दी जा रही है।

डॉ पुजारी का कहना है कि इसके अलावा, कोरोना से मुक्त होने के लक्षणों वाले मरीजों के लिए गैर-जरूरी सर्जरी से पहले छह सप्ताह न्यूनतम अवधि के गैप की सिफारिश की जाती है।

जहां तक मरीजों के ठीक होने या ठीक होने के लिए इमरजेंसी सर्जरी की बात है, तो उन्हें उचित सावधानी के साथ तुरंत किया जाना चाहिए।

यदि किसी मरीज में फिर से कोविड के लक्षण दिखाई दें, तो फिर से टेस्ट कराने के साथ ही संक्रामक रोग एक्सपर्ट की सलाह लेने पर विचार किया जाना चाहिए।

Back to top button
Close

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker