Palamu News: हुसैनाबाद के नैया जंगल में सोमवार की शाम साढ़े पांच बजे पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई, जो रातभर रुक-रुक कर चली। सुरक्षा बलों ने करीब 300 राउंड गोलियां चलाईं। मंगलवार सुबह उजाला होने पर माओवादी इलाके से भाग निकले।
इस मुठभेड़ में 15 लाख के इनामी रीजनल कमांडर नितेश यादव अपने साथियों-10 लाख के इनामी जोनल कमांडर संजय यादव उर्फ गोदराम, एरिया कमांडर इम्तियाज अंसारी और अन्य दस्ते के सदस्यों के साथ अपने मारे गए सहयोगी तुलसी भुईयां (45) का शव छोड़कर फरार हो गया।
15 लाख के इनामी माओवादी नितेश यादव और दस्ते के साथ भागा, सर्च ऑपरेशन में शव और हथियार बरामद
मंगलवार सुबह फायरिंग थमने के बाद सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान शुरू किया, जिसमें तुलसी भुईयां का शव और एक एसएलआर राइफल बरामद हुई। तुलसी के खिलाफ पलामू जिले में दो मामले दर्ज थे, और वह लंबे समय से माओवादी संगठन का सक्रिय सदस्य व नितेश यादव का करीबी सहयोगी था।
माओवादियों की आपराधिक गतिविधियां
पुलिस के अनुसार, माओवादियों ने हुसैनाबाद के दुधिया जंगल में विस्फोटक छिपाए थे, जिन्हें 1 फरवरी 2025 को सुरक्षा बलों ने बरामद किया था। इसके अलावा, 11 मार्च 2025 को तुलसी भुईयां और नितेश यादव ने हरिहरगंज के जगदीशपुर स्कूल के पास सड़क निर्माण में लगे हाईवा और पोकलेन को आग के हवाले कर दिया था।
सुरक्षा बलों का अभियान
इस ऑपरेशन में नावाबाजार, मोहम्मदगंज, पांडू, और हैदरनगर थाना की पुलिस के साथ-साथ सीआरपीएफ, जैप, और जगुआर के जवान शामिल थे। मुठभेड़ के बाद पलामू एसपी रीष्मा रमेशन के नेतृत्व में लोहबंधा, चितामाटी, केमो, और प्रतापपुर जैसे जंगली इलाकों में सघन सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
नितेश यादव, जिसे गोली लगने की सूचना है, और अन्य फरार माओवादियों की तलाश जारी है। पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है।
माओवादी नेटवर्क पर प्रहार
पलामू पुलिस ने इस मुठभेड़ को माओवादी नेटवर्क के खिलाफ बड़ा झटका बताया है। नितेश यादव, जो पिछले डेढ़ दशक से झारखंड और बिहार पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है, के दस्ते में करीब आधा दर्जन माओवादी शामिल हैं।
सर्च ऑपरेशन में बारिश के कारण कुछ बाधाएं आईं, लेकिन सुरक्षा बल इलाके की घेराबंदी कर फरार माओवादियों की तलाश में जुटे हैं।