झारखंड

बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्र-छात्राओं से परीक्षा पर चर्चा करेंगे प्रधानमंत्री मोदी

नई दिल्ली: बीते करीब 10 महीने से अधिकांश स्कूलों में कोई नियमित कक्षाएं नहीं थीं, लेकिन फिर भी 10 वीं और 12 वीं कक्षा के छात्र बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे।

कुछ छात्र परीक्षा से डरे हुए हैं, कई छात्र दबाव में भी हैं।

छात्रों की मनोदशा को मजबूती देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी, छात्र छात्राओं के साथ बोर्ड परीक्षाओं पर चर्चा करेंगे।

इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी छात्रों की विभिन्न समस्याओं और परेशानियों पर चर्चा करेंगे।

साथ ही आगामी बोर्ड परीक्षा के लिए पीएम उन्हें प्रोत्साहित भी करेंगे।

कोरोना संक्रमण के मद्देनजर इस वर्ष प्रधानमंत्री द्वारा की जाने वाली परीक्षा पर चर्चा ऑनलाइन माध्यमों पर आयोजित की जा सकती है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इस विषय पर जानकारी देते हुए कहा, छात्रों, आप सभी के लिए खुशखबरी है।

परीक्षा पर चर्चा वापस आ रही है, आपके लिए पीएम नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत करने का सुनहरा अवसर है।

हम परीक्षा पर चर्चा 2021 के बारे में अधिक जानकारी साझा करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले वर्ष भी छात्रों के साथ परीक्षा पर चर्चा की थी।

इस कार्यक्रम में इस बार खास तौर पर दिव्यांग छात्रों को प्रधानमंत्री से अपने मन की बात कहने व प्रश्न पूछने का अवसर मिला था।

छात्रों के बीच प्रधानमंत्री की यह चर्चा काफी लोकप्रिय रही है। बीते अन्य वर्षों के मुकाबले पिछले वर्ष 250 प्रतिशत से अधिक छात्रों ने परीक्षा पर चर्चा के लिए अपना पंजीकरण करवाया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा परीक्षा पर चर्चा के कार्यक्रम में पिछली बार भारतीय छात्रों के अलावा बड़ी संख्या में दुनिया के अलग-अलग देशों में रह रहे छात्र भी जुड़े।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि छात्रों की परीक्षाएं तनावमुक्त हों, ताकि सभी विद्यार्थी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें।

शिक्षा मंत्रालय देशभर के सभी विद्यार्थियों और अभिभावकों से परीक्षा पर चर्चा 2021 कार्यक्रम से जुड़ने का आह्वान करेगा।

बीते वर्ष परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के मद्देनजर ओडिशा, असम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल जाकर केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री ने वहां छात्रों के साथ विशेष मुलाकाते कीं।

उन्होंने स्कूल में छात्रों के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर छात्रों और शिक्षकों के साथ बातचीत की।

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