देश में 100 करोड़ टीकाकरण में रेलवे का बड़ा योगदान : अश्विनी वैष्णव

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नई दिल्ली: देश में 100 करोड़ कोरोना टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करने के मौके पर रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को उत्तर रेलवे केंद्रीय अस्पताल का दौरा किया।

उन्होंने इस दौरान नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एलपीजी गैस आधारित पेंट्रीकार को लपट रहित इलेक्ट्रिक डिजाइन में परिवर्तित किए गए पेंट्री कार के प्रोटोटाइप का भी निरीक्षण किया ।

रेल मंत्री वैष्णव ने महामारी के खिलाफ बड़ा लक्ष्य हासिल करने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि आज भारत के लिए अत्यंत गौरव का दिन है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व एवं दृढ़ संकल्प व स्वास्थ्य कर्मियों की कड़ी मेहनत से आज भारत ने 100 करोड़ टीकाकरण का ऐतिहासिक लक्ष्य हासिल किया है।

टीकाकरण अभियान में भारतीय रेलवे की भूमिका का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, “रेलवे अस्पतालों के उपयोग और लॉजिस्टिक सहायता के माध्यम से रेलवे ने इस देशव्यापी टीकाकरण कार्यक्रम में बड़े पैमाने पर योगदान दिया है।”

रेलमंत्री के अस्पताल पहुंचने पर वहां की प्रबंध निदेशक डॉ. अमिता जैन तथा अस्पताल के अन्य डॉक्टरों ने उनका स्वागत किया । चिकित्सा केंद्रों पर रेल कर्मचारियों, उनके आश्रितों एवं अन्य लोगों को नियमित रूप से टीके लगाए जा रहे हैं ।

उत्तर रेलवे ने परंपरागत आईसीएफ डिब्बों के डिजाइन को आधुनिक एवं प्रभावी बनाने के अपने प्रयास जारी रखे हैं । इस संबंध में लखनऊ स्थित आलमबाग कारखाने में एक एलपीजी गैस आधारित पेंट्री कार को लपटरहित इलैक्ट्रिक डिजाइन में बदला गया है।

ये डिब्ब सुरक्षित, बेहतर और पर्यावरण अनुकूल हैं। इनसे खतरनाक एवं प्रदूषणकारी जीवाश्म ईंधन (एलजीपी गैस) के इस्तेमाल को भी समाप्त कर दिया गया है। रेलमंत्री ने परिवर्तित किए गए पेंट्री कार के प्रोटोटाइप का नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर निरीक्षण किया।

पेंट्री कार के इस नए प्रोटोटाइप में एलएचबी पेंट्री के मानकों के अनुरूप इंडक्शन उपकरण, धुंआ एवं अग्निरोधन प्रणाली लगाई गयी है। इसके अंडरफ्रेम को अतिरिक्त भार वहन करने की दृष्टि से मजबूत किया गया है।

विद्युत संरक्षा बचाव के सभी उपकरणों को आरडीएसओ के मानकों के अनुरूप रखा गया है। कोच के अंदर एलईडी लाइटें लगाई गयी हैं।

जोनल रेलवे द्वारा अपनी परिसम्पत्तियों के उपयोग से प्रणाली को आधुनिक और बेहतर बनाने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए रेल मंत्री ने कहा कि ऐसे और भी कोच तैयार किए जाने चाहिए और उन्हें अधिकाधिक उपयोग के लिए नया रूप दिया जाना चाहिए ।