Blood cancer from taurine in energy drinks: लोकप्रिय एनर्जी ड्रिंक्स जैसे रेड बुल, मॉन्स्टर, और सेल्सियस में मौजूद टॉरीन (Taurine) को लेकर एक चौंकाने वाली स्टडी सामने आई है। यूनिवर्सिटी ऑफ रोचेस्टर के विल्मॉट कैंसर इंस्टीट्यूट की रिसर्च, जो Nature जर्नल में 14 मई 2025 को प्रकाशित हुई, बताती है कि टॉरीन ल्यूकेमिया (ब्लड कैंसर) की कोशिकाओं को बढ़ने में मदद कर सकता है।
यह स्टडी ल्यूकेमिया मरीजों और नियमित एनर्जी ड्रिंक पीने वालों के लिए एक चेतावनी है। शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया है कि टॉरीन के सेवन को सीमित करने और इसके प्रभावों पर और अध्ययन की जरूरत है।
रिसर्च में क्या मिला?
जैविशा बाजाज, पीएचडी के नेतृत्व में विल्मॉट टीम ने पाया कि ल्यूकेमिया कोशिकाएं टॉरीन को अवशोषित कर ग्लाइकोलाइसिस (ग्लूकोज को तोड़कर ऊर्जा बनाने की प्रक्रिया) के जरिए तेजी से बढ़ती हैं।
यह प्रक्रिया तीन गुना तेजी से बीमारी को बढ़ा सकती है। टॉरीन कोशिकाओं तक SLC6A6 जीन के जरिए पहुंचता है, जो बोन मैरो (अस्थि मज्जा) में स्वस्थ कोशिकाओं द्वारा बनाया जाता है। ल्यूकेमिया कोशिकाएं खुद टॉरीन नहीं बनातीं, बल्कि इसे बोन मैरो के माइक्रोएनवायरनमेंट से लेती हैं।
प्रयोगों में, चूहों और मानव ल्यूकेमिया कोशिकाओं पर टॉरीन के अवशोषण को ब्लॉक करने पर कैंसर की वृद्धि रुकी। यह स्टडी तीन प्रकार के ल्यूकेमिया-एक्यूट मायलॉइड ल्यूकेमिया (AML), क्रॉनिक मायलॉइड ल्यूकेमिया (CML), और मायलोडिस्प्लास्टिक सिंड्रोम्स (MDS)-के लिए प्रासंगिक है।
शोधकर्ताओं ने कहा, “हमारा डेटा सुझाव देता है कि टॉरीन को ल्यूकेमिया कोशिकाओं तक पहुंचने से रोकना नया इलाज हो सकता है।”
टॉरीन क्या है?
शरीर में स्वाभाविक रूप से बनता है (बोन मैरो, मस्तिष्क, हृदय, मांसपेशियों में)।
मांस, मछली, अंडे, और स्तन दूध में पाया जाता है।
एनर्जी ड्रिंक्स (रेड बुल, मॉन्स्टर), प्रोटीन पाउडर, और सप्लीमेंट्स में मिलाया जाता है।
दावा किया जाता है कि यह मानसिक फोकस, सूजन कम करने, और एंटीऑक्सीडेंट गुण प्रदान करता है।
पहले टॉरीन को कीमोथेरेपी के साइड इफेक्ट्स (सूजन, थकान) कम करने के लिए उपयोगी माना जाता था। लेकिन नई रिसर्च बताती है कि यह ल्यूकेमिया कोशिकाओं को ईंधन देकर बीमारी को और आक्रामक बना सकता है।