Terrorist Attack in Pahalgam: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 27 लोगों की जान गई, के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित लश्कर-ए-तैयबा की शाखा द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी।
भारत ने जवाब में 23 अप्रैल को सिंधु जल संधि (IWT) को निलंबित कर दिया, जिसके बाद 26 अप्रैल को झेलम नदी में अचानक पानी छोड़े जाने की खबरें आईं। पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया कि भारत ने बिना पूर्व सूचना के झेलम नदी में पानी छोड़ा, जिससे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के मुजफ्फराबाद और हट्टियन बाला में बाढ़ जैसे हालात बन गए।
स्थानीय प्रशासन ने जल आपातकाल घोषित कर मस्जिदों के जरिए लोगों को नदी से दूर रहने की चेतावनी दी।
झेलम नदी में पानी छोड़ने का विवाद
पाकिस्तानी मीडिया और अधिकारियों ने दावा किया कि भारत ने उत्तरी कश्मीर के बारामुल्ला जिले में उड़ी बांध से बिना सूचना के पानी छोड़ा, जिससे झेलम नदी का जलस्तर मुजफ्फराबाद, चकोठी, और हट्टियन बाला में 7-8 फीट तक बढ़ गया। मुजफ्फराबाद में जल आपातकाल घोषित किया गया, और नदी किनारे बसे गांवों जैसे घारी दुपट्टा और मझोई में लोग सुरक्षित स्थानों पर भागे।
पाकिस्तानी अधिकारियों ने इसे “जल आतंकवाद” और सिंधु जल संधि का उल्लंघन बताया।
हालांकि, कुछ स्थानीय मौसम अधिकारियों ने दावा किया कि जलस्तर में वृद्धि मौसमी बर्फ पिघलने के कारण हो सकती है। मुजफ्फराबाद के डिवीजन कमिश्नर ने कहा कि बाढ़ की लहर बिना बड़े नुकसान के गुजर गई।
भारतीय अधिकारियों ने इन आरोपों पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।