Menstrual Hygiene: पीरियड प्रतिमा (Period Statue) महिलाओं को आने वाली एक लिया है जो ना आए तो भी महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना पड़ता है और आए तब भी महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का खास ख्याल रखना पड़ता है।
मासिक धर्म हर महिला के प्रजनन चक्र (Reproductive Cycle) का सामान्य हिस्सा होता है। हालांकि, कई बार मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता की कमी महिला की खराब सेहत का कारण बन सकती है।
जी हां, Periods के दौरान साफ-सफाई न रखने से महिला न सिर्फ शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी प्रभावित होती है।
ऐसे में मासिक धर्म के दौरान अपर्याप्त स्वच्छता बरतने से होने वाले जोखिम और संक्रमण के बारे में जानने के लिए हमने बात की प्रिस्टीन केयर की सीनियर गायनेकोलॉजिस्ट एंड को- फाउंडर डॉ. गरिमा साहनी (Gynecologist & Co-Founder Dr. Garima Sahni) से।
बना रहता है यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का खतरा
मासिक धर्म के दौरान साफ-सफाई न रखने की वजह से महिलाओं की सेहत को सबसे बड़ा खतरा यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) का ही बना रहता है।
यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (Urinary Tract Infection) यानी UTI एक आम बीमारी है जो ज्यादातर महिलाओं में देखी जाती है। यह इंफेक्शन महिलाओं को तब होता है जब रोगाणु मूत्र प्रणाली को संक्रमित कर देते हैं।
जिसका असर महिला की किडनी, ब्लैडर और इन्हें जोड़ने वाली नलिकाओं पर भी पड़ता है। मासिक धर्म से जुड़े स्वच्छता उत्पादों की सही ढंग से देखभाल न करना, हाथों को साफ न करना, या टैम्पोन या पैड (Tampons or Pads) का लंबे समय तक उपयोग करना, जैसी आदतें बैक्टीरिया के लिए प्रजनन क्षेत्र बन सकती हैं।
ये बैक्टीरिया मूत्रमार्ग में प्रवेश करके महिला के लिए पेट दर्द, बार-बार पेशाब आना और जलन जैसे लक्षण महसूस करवा सकते हैं।
अगर सही समय पर यूटीआई इंफेक्शन (UTI Infection) का उपचार नहीं किया गया, तो UTI संभावित रूप से किडनी तक पहुंचकर और अधिक जटिलताएं पैदा कर सकता है।
बना रहता है योनि संक्रमण का खतरा
मासिक धर्म के दौरान साफ-सफाई का पर्याप्त ध्यान न रखने की वजह से, योनि का प्राकृतिक पीएच संतुलन (Natural pH Balance) बिगड़ सकता है, जिससे संक्रमण को बढ़ावा मिल सकता है।
गीले और गंदे पैड, टैम्पोन या रियूजेबल मेंस्ट्रुअल उत्पादों (Wet and Soiled Pads, Tampons, or Reusable Menstrual Products) का लंबे समय तक उपयोग करने से एक नम वातावरण बनता है, जो बैक्टीरिया या फंगल संक्रमण को बढ़ावा देता है।
जिसकी वजह से बैक्टीरियल वेजिनोसिस (BV) या वेजाइनल कैंडिडिआसिस (Yeast Infection) जैसी बीमारियां हो सकती हैं। इसके लक्षणों में पेशाब या संभोग के दौरान खुजली, असामान्य डिस्चार्ज और असुविधा शामिल हो सकते हैं।
बढ़ सकता है रिप्रोडक्टिव ट्रैक्ट इन्फेक्शन का खतरा
मासिक धर्म के दौरान साफ-सफाई न रखने से रिप्रोडक्टिव ट्रैक्ट इन्फेक्शन का खतरा बढ़ सकता है। जिसमें साफ-सफाई न रखना, दूषित सामग्री का उपयोग करने से योनि में रोगाणुओं का प्रवेश हो सकता है, जिससे महिला को यौन संचारित संक्रमण (STI) और पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID) का खतरा बढ़ जाता है।
PID एक गंभीर स्थिति है, जो बांझपन, असहनीय पेल्विक दर्द, और एक्टोपिक प्रेग्नेंसी (Ectopic Pregnancy) का कारण बन सकती है।
आ सकती है त्वचा में जलन और चकत्ते की समस्या
लंबे समय तक गंदे और सांस न लेने वाली सामग्री, जैसे पुराने या सिंथेटिक पैड पहनने से त्वचा में जलन और चकत्ते (Skin Irritation And Rashes) की समस्या हो सकती है।
मासिक धर्म के दौरान साफ-सफाई न रखने से गर्म और नम वातावरण बनने से बैक्टीरिया और फंगस (Bacteria and fungus) के विकास को बढ़ावा मिलता है, जिससे महिला को असुविधा, लालिमा, खुजली और यहां तक कि घाव तक हो सकते हैं।
त्वचा में इस तरह की परेशानी महिला की दैनिक गतिविधियों और उसके जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है।
झेलने पड़ सकते है भावनात्मक और सामाजिक परिणाम
शारीरिक जोखिमों के अलावा, मासिक धर्म के दौरान साफ-सफाई न रखने से भावनात्मक और सामाजिक दुष्परिणाम (Emotional and Social Consequences) भी झेलने पड़ सकते हैं।
कई बार मासिक धर्म के दौरान साफ-सफाई न रखने की वजह से महिलाओं को शर्मिंदगी, परेशानी और आत्मविश्वास (Embarrassment, Trouble, and Confidence) की कमी का भी सामना करना पड़ सकता है।
जिसकी वजह से मासिक धर्म के बारे में खुली चर्चा नहीं हो पाती है। कारणवश, मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता बनाए रखने के लिए उचित शिक्षा और संसाधनों तक पहुंच बाधित हो सकती है।
मानें एक्सपर्ट की सलाह
महिलाओं को अपनी सेहत बनाए रखने के लिए मासिक धर्म के दौरान उचित साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए। मासिक धर्म के दौरान बरती गई अपर्याप्त स्वच्छता कई प्रकार के संक्रमण का खतरा पैदा कर सकती है, जिसमें UTI, योनि संक्रमण, रिप्रोडक्टिव ट्रैक्ट इंफेक्शन (Reproductive Tract Infection) और त्वचा में जलन शामिल हैं।
ये स्थितियां असुविधा, दर्द और लंबे समय तक चलने वाली बीमारी का कारण बन सकती हैं। इतना ही नहीं, मासिक धर्म (Menstrual) में उचित साफ-सफाई न रखने से सामाजिक कलंक स्थायी बन सकता है, और मासिक धर्म के बारे में शिक्षा और जागरूकता में बाधा उत्पन्न कर सकता है।
विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस (World Menstrual Hygiene Day) के खास मौके पर डॉ. गरिमा साहनी हर महिला को अपनी सेहत बनाए रखने के लिए मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता बरतने, स्वास्थ्य की रक्षा के लिए जागरूकता को बढ़ावा देने, मासिक धर्म से जुड़े स्वच्छ उत्पादों तक पहुंच और सहायक वातावरण उपलब्ध कराने को जरूरी मानती हैं।
Disclaimer : ये लेख सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए लिखी गई हैं, इन्हें पेशेवर चिकित्सा (Medical Professional) सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।