नई दिल्ली: वाराणसी (Varanasi) में गोवर्धन पुरी मठ (Govardhan Puri Math) के पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती (Swami Nischalananda Saraswati) ने कहा है कि मां दुर्गा का आह्वान करने के लिए अल्लाह शब्द का इस्तेमाल किया जाता है।
अल्लाह (Allaah) और ओम (Om) को एक बताने वाले जमीयत उलेमा-ए-हिंद प्रमुख मौलाना सैयद अरशद मदनी के बयान के जवाब में शंकराचार्य ने ये बातें कहीं।
स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि धर्म पर सवाल उठाने वाले लोग पहले संस्कृत-व्याकरण का पठन-पाठन करें। उन्होंने कहा कि अल्लाह शब्द मातृशक्ति का है। यह संस्कृत (Sanskrit) का शब्द है। हम सबके पूर्वज सनातनी वैदिक आर्य ही थे।
2024 में भी नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे
कार्यक्रम में शंकराचार्य के अनुयायियों ने उनसे आशीर्वाद भी लिया। मीडिया (Media) से बातचीत में शंकराचार्य ने बागेश्वर धाम (बागेश्वर धाम) वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) का भी समर्थन किया।
उन्होंने कहा- उन पर हनुमान जी महाराज की कृपा है। राजनीति में धर्म के इस्तेमाल पर कहा कि दोनों एक-दूसरे से अलग-अलग नहीं हैं। धर्म के बिना राजनीति हो ही नहीं सकती।
शंकराचार्य ने कहा कि रामचरितमानस (Ramcharitmanas) पर टिप्पणी करने वाले लोग चाणक्य नीति का अध्ययन करें। जो लोग रामायण को लेकर बात कर रहे हैं, उनमें हिम्मत हो, तो बाइबल और कुरान पर कटाक्ष करके दिखाएं, फिर देखिए क्या होता है।
उन्होंने कहा कि 2024 में भी नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ही प्रधानमंत्री बनेंगे, क्योंकि वह देश को लूट कर अपना घर भरने वाले नेता नहीं हैं।