Threat of 500% tariff: अमेरिका में एक प्रस्तावित विधेयक भारत और चीन जैसे देशों पर 500% का भारी टैरिफ लगा सकता है, जो रूस से कच्चा तेल खरीद रहे हैं। इस बिल को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन प्राप्त है। रिपब्लिकन सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने ACB न्यूज को बताया, “अगर आप रूस से उत्पाद खरीद रहे हैं और यूक्रेन की मदद नहीं कर रहे, तो आपके अमेरिका में आने वाले उत्पादों पर 500% टैरिफ लगेगा। भारत और चीन, पुतिन के तेल का 70% खरीदते हैं, जो रूस की युद्ध अर्थव्यवस्था को समर्थन देता है।”
यह बिल अगस्त 2025 में पेश हो सकता है और इसे रूस को आर्थिक रूप से अलग-थलग करने की अमेरिकी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। भारत, जो रूस से सस्ता तेल खरीदकर अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करता है, पर इसका गंभीर असर पड़ सकता है। भारत ने 2022-2025 के बीच रूस से लगभग 112.5 अरब यूरो (118 अरब डॉलर) का कच्चा तेल आयात किया, जिससे 10.5 से 25 अरब डॉलर की बचत हुई।
भारत के फार्मास्यूटिकल्स, टेक्सटाइल और IT निर्यात पर संकट
यह बिल भारत के फार्मास्यूटिकल्स, टेक्सटाइल और IT जैसे प्रमुख निर्यात क्षेत्रों को प्रभावित कर सकता है, क्योंकि अमेरिका भारत का मुख्य निर्यात बाजार है। इसके अलावा, भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर चल रही बातचीत भी प्रभावित हो सकती है। सूत्रों के अनुसार, कृषि से जुड़ी मांगों पर गतिरोध के बावजूद यह डील अंतिम चरण में है।
ट्रंप समर्थित बिल रूस से तेल खरीदने वाले देशों को निशाना बनाएगा
ग्राहम ने बताया कि ट्रंप ने इस बिल को हरी झंडी दी है। उन्होंने कहा, “कल गोल्फ खेलते समय ट्रंप ने कहा कि अब इस बिल को आगे बढ़ाने का समय है।” यह बिल मार्च 2025 में प्रस्तावित था, लेकिन व्हाइट हाउस के विरोध के कारण अटक गया था।
भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर भी पड़ सकता है असर
रूस से सस्ता तेल भारत के लिए आर्थिक और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण रहा है। युद्ध शुरू होने के बाद भारत ने रूसी तेल आयात बढ़ाया, जिससे तेल की कीमतें स्थिर रहीं और आयात बिल में कमी आई। हालांकि, इस बिल के कानून बनने पर भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों में तनाव बढ़ सकता है।