नई दिल्ली : उत्तर-पश्चिमी दिल्ली (North West Delhi) के शाहबाद डेरी इलाके (Shahbad Dairy Area) में अपनी बेटी साक्षी (Sakshi) की निर्मम हत्या के बाद जनक राज ने कहा कि उसने (साक्षी ने) हाल में 10वीं कक्षा की परीक्षा पास की थी और वह वकील बनना चाहती थी।
जनक राज ने कहा, ‘‘साक्षी ने हाल में मुझे फोन किया था कि उसने 10वीं कक्षा की परीक्षा पास कर ली है और वह वकील बनना चाहती है। वह दो भाई बहनों में सबसे बड़ी थी।’
गौरतलब है कि साक्षी की साहिल नामक युवक ने 20 से अधिक बार चाकू से वार कर और फिर पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी।
सोमवार शाम को किया गया अंतिम संस्कार
इस दौरान, पास से गुजरे राहगीरों ने आरोपी को रोकने की कोशिश नहीं की।
निर्मम तरीके से की गई इस हत्या का वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर आने के बाद लोगों में काफी रोष है।
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने बताया कि 20 वर्षीय आरोपी साहिल को सोमवार को उत्तर प्रदेश (UP) के बुलंदशहर से गिरफ्तार कर लिया गया।
जनक राज ने कहा कि उन्हें आरोपी के बारे में या कोई उनकी बेटी को परेशान कर रहा है, इस बारे में कुछ नहीं पता था।
साक्षी का अंतिम संस्कार सोमवार शाम को किया गया।
‘साक्षी ने आरोपी साहिल के बारे में कभी नहीं बताया’
साक्षी के पिता ने कहा, ‘‘हमने कभी आरोपी के बारे में नहीं सुना। साक्षी ने हमें अपने दोस्तों के बारे में बताया था, लेकिन साहिल के बारे में कभी नहीं बताया।’
उसकी मां ने चिता की ओर बेबसी से देखते हुए कहा, ‘हमने रात का भोजन किया और सोने की तैयारी कर रहे थे, तभी साक्षी की दोस्त भावना ने रविवार रात करीब 9 बजे हमारा दरवाजा खटखटाया। उसने हमें बताया कि किसी ने साक्षी की हत्या कर दी है। हमें उसकी बात पर भरोसा नहीं हुआ और मैंने नीतू को फोन किया, जिसने मुझे बताया कि साक्षी बाजार गई थी। हम घटनास्थल (Crime Scene) पर पहुंचे और अपनी बेटी को खून से लथपथ पाया।’
‘बेटी को बचाने की कोशिश की थी, लेकिन उस पर भी किया था हमला’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें अस्पताल में एक व्यक्ति मिला, जिसने कहा कि वह घटनास्थल पर था और उसने हमारी बेटी को बचाने की कोशिश की थी, लेकिन आरोपी ने उस पर भी हमला किया था।’
साहिल पिछले दो साल से शाहबाद डेरी की एक कॉलोनी में अपने माता-पिता और तीन बहनों के साथ किराये के मकान में रह रहा था।
साहिल के मकान मालिक रामफूल ने कहा, ‘वह साधारण व्यक्ति था। वह किसी से ज्यादा बातचीत नहीं करता था, चुपचाप काम पर जाता था और समय से घर लौट आता था।
एसी और फ्रिज मैकेनिक के रूप में काम करता था साहिल
रामफूल ने बताया कि साहिल एसी और फ्रिज मैकेनिक के रूप में काम करता था और उसके पिता सरफराज ग्रिल वेल्डिंग (Sarfaraz Grill Welding) का काम करते हैं।
इन 2 वर्षों में, मैंने कभी उसे या उसके परिवार के किसी सदस्य को किसी से लड़ते नहीं देखा। मुझे हमारे किसी भी पड़ोसी से कभी उसकी कोई शिकायत नहीं मिली।’
घटना के तुरंत बाद वह घर पर ताला लगाकर पूरे परिवार के साथ फरार हो गया था।
रामफूल को सोमवार सुबह तक हत्या का वीडियो न देखने तक साहिल के बर्बर कृत्य के बारे में नहीं पता था।