झारखंड

झारखंड में यूनानी, आयुर्वेदिक तथा होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति की होगी पढ़ाई: हेमंत सोरेन

रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था (Health System) को बेहतर करने की दिशा में हमारी सरकार निरंतर आगे बढ़ रही है।

Jharkhand में यूनानी, आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक चिकित्सा प्रक्षेत्र में पढ़ाई होगी। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी आयुष चिकित्सा पद्धति का लाभ मिल सके इसके लिए 217 आयुष प्रक्षेत्र के डॉक्टरों को अनुबंध आधारित नियुक्ति पत्र (Appointment Letter) दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष चिकित्सा पद्धति आज भी उतनी ही प्रभावी

CM सोमवार को झारखंड मंत्रालय (Jharkhand Ministry) स्थित सभागार में स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग अंतर्गत झारखंड आयुष प्रक्षेत्र के संविदा आधारित चयनित सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारियों को नियुक्ति प्रमाण पत्र (Appointment Certificate) सौंपने के बाद संबोधित कर रहे थे।

इस मौके पर मुख्यमंत्री (CM) ने कहा कि मैं समझता हूं कि यूनानी, आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है, जब आधुनिक तकनीकी चिकित्सा पद्धति की परिकल्पना नहीं हुई थी, तब से यह पद्धति चली आ रही है।

CM ने कहा कि आयुष चिकित्सा पद्धति आज भी उतनी ही प्रभावी है, जितनी प्राचीन काल में थी, विशेषकर Jharkhand प्रदेश के लिए आयुष एक बेहतर चिकित्सा पद्धति साबित हो सकती है।

यहां के लोगों का प्रकृति से गहरा जुड़ाव रहा है और प्राकृतिक तरीके से वे इलाज कराते आ रहे हैं। ऐसे में आज के समय में आयुष चिकित्सा पद्धति यहां के लिए काफी महत्वपूर्ण है।

इस पद्धति से छोटी-बड़ी बीमारियों के इलाज के साथ शरीर को तंदुरुस्त रखने के प्राकृतिक तौर-तरीकों को हम जानते तथा सीखते हैं।

पहली बार बड़े पैमाने पर आयुष चिकित्सकों की नियुक्ति

CM ने कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए काफी अहमियत रखता है। पहली बार इतने बड़े पैमाने पर आयुष चिकित्सा पद्धति के तहत यूनानी, आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक चिकित्सकों (Ayurvedic-Homeopathic Practitioners) की नियुक्ति सरकार ने की है।

मुझे उम्मीद है कि इनकी नियुक्ति से राज्य में आयुष चिकित्सा (Ayush Medicine) प्रणाली को कारगर बनाने के साथ लोगों को इसका बेहतर लाभ पहुंचाने में कामयाब होंगे।

झारखंड सरकार और श्रीसत्य साईं हार्ट हॉस्पिटल के बीच एमओयू

मौके पर झारखंड सरकार और श्रीसत्य साईं हॉस्पिटल के बीच एक एमओयू हुआ। MOU के अंतर्गत प्रतिवर्ष झारखंड के एक हजार हार्ट मरीजों का Free इलाज गुजरात के श्रीसत्य साईं हॉस्पिटल में होगा।

झारखंड सरकार (Jharkhand Government) इन मरीजों के यात्रा पर प्रति मरीज 10 हजार रुपया खर्च करेगी।

मुख्यमंत्री सोरेन (CM Soren) ने इसे एतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि इस एमओयू (MOU) से श्रीसत्य साईं हॉस्पिटल राजकोट और अहमदाबाद में झारखंड के युवा तथा वयस्कों का मुफ्त हार्ट (Free Heart) का इलाज होगा। पैसे के अभाव में गरीबों के लिए यह व्यवस्था मील का पत्थर साबित होगी।

मानदेय के अलावा आयुष चिकित्सकों को मिलेगा इंसेंटिव

CM ने कहा कि आज 217 चिकित्सकों की नियुक्ति हो रही है। इन चिकित्सकों के माध्यम से सुदूरवर्ती ग्रामीणों को लाभ मिलेगा। सरकार इन चिकित्सकों को सैलरी के अलावा प्रतिमाह 15 हजार रुपये इंन्सेटिव भी देगी।

देवदूत के रूप में लोगों को चिकित्सा उपलब्ध कराएं

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता (Health Minister Banna Gupta) ने कहा कि CM के सानिध्य में स्वास्थ्य विभाग दिन प्रतिदिन बेहतर दिशा की ओर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने नवनियुक्त चिकित्सकों से अपील की कि आप जहां कार्यरत रहे, वहां मरीजों का इलाज मुस्कुराता चेहरा और मधुरवाणी के साथ करें ताकि लोगों को लगे कि आप उनके परिवार के ही सदस्य हैं।

स्वास्थ्य से जुड़े तीन नए App का शुभारंभ

मुख्यमंत्री (CM) ने इस अवसर पर स्वास्थ्य सेवा से संबंधित तीन App का शुभारंभ भी किया। इसके अंतर्गत आयुष योगा एप्प, आयुष पेशेंट मॉनिटरिंग एप्प तथा जीवन दूत एप्प शामिल है।

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