Homeझारखंड… और बेहद प्रसन्न भाव से मिलीं कल्पना सोरेन और अन्नपूर्णा देवी,...

… और बेहद प्रसन्न भाव से मिलीं कल्पना सोरेन और अन्नपूर्णा देवी, सोशल मीडिया में..

Published on

spot_img
spot_img
spot_img

Kalpana Soren Shared Picture after winning the Election: सियासत अपनी जगह है, लेकिन सियासत में एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले, आलोचना करने वाले आपस में मधुर संबंध भी बनाए रखते हैं। ऐसा ही एक प्रसंग झारखंड में देखने को मिला है।

इसकी तस्वीर आजकल चर्चा के केंद्र में है। बेशक सियासत और चुनाव में एक-दूसरे के खिलाफ दांव-पेंच, शह-मात की चालें अनवरत चलती रहती हैं, लेकिन जब धुर विरोधी जब गिले-शिकवे भूलकर निजी जिंदगी में एक-दूसरे के गले मिल जाएं तो ऐसी तस्वीर हर किसी को सुकून देती है। झारखंड में एक ऐसी ही तस्वीर की चर्चा है।

यह तस्वीर झारखंड के पूर्व CM हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन (Kalpana Murmu Soren) ने सोशल मीडिया पर शेयर की है।

इसमें वह केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री और कोडरमा लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार के रूप में लगातार दूसरी जीत दर्ज करने वाली अन्नपूर्णा देवी से बेहद प्रसन्न भाव के साथ गले मिल रही हैं।

कल्पना सोरेन भी अब गिरिडीह जिले की गांडेय विधानसभा सीट पर उपचुनाव जीतकर विधायक बन चुकी हैं। उन्होंने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है, “झारखंड से विजयी दोनों महिला सांसद, आदरणीय बड़ी बहन श्रीमती जोबा मांझी जी और श्रीमती अन्नपूर्णा देवी (Annapurna Devi) जी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।

मुझे अत्यंत खुशी है कि आप दोनों लोकसभा में झारखंड की आधी आबादी की सशक्त आवाज बन हमारे मुद्दों को देश के पटल पर रखेंगी और उनका स्थायी समाधान ढूंढेंगी। आप दोनों को जोहार।”

कल्पना सोरेन जिस गांडेय विधानसभा क्षेत्र से जीतकर विधायक बनी हैं, वह उसी कोडरमा लोकसभा सीट के अंतर्गत आता है, जहां से अन्नपूर्णा देवी दोबारा सांसद चुनी गई हैं।

लोकसभा सीट पर अन्नपूर्णा देवी ने अपने प्रतिद्वंद्वी CPI ML के विनोद सिंह को 3 लाख 44 हजार 14 मतों के फासले से पराजित किया, जबकि कल्पना सोरेन ने गांडेय विधानसभा सीट पर भाजपा के दिलीप कुमार वर्मा को 27 हजार 149 मतों से पीछे छोड़ा।

मंगलवार को गांडेय विधानसभा उपचुनाव और कोडरमा लोकसभा क्षेत्र के मतों की गिनती गिरिडीह में बनाए गए मतगणना केंद्र में एक साथ हो रही थी और उस दौरान अन्नपूर्णा देवी और कल्पना सोरेन दोनों एक साथ वहां मौजूद थीं।

चुनाव अभियान के दौरान दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ जमकर प्रचार किया था, लेकिन वोटों की गिनती के बाद जैसे ही दोनों की जीत का ऐलान हुआ, दोनों भाव विह्वल होकर एक-दूसरे के गले लग गईं।

अन्नपूर्णा देवी और Kalpana Soren दोनों की सियासत में एंट्री की परिस्थितियों में एक हद तक समानता है।

अन्नपूर्णा देवी अपने पति और कोडरमा के विधायक रहे रमेश प्रसाद यादव के असमय निधन के बाद राजनीति में आई थीं, तो Kalpana Soren ने अपने पति हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद तीन माह पहले सियासत में कदम रखा है।

spot_img

Latest articles

रांची में लगा बाइबल पुस्तक मेला, पुस्तक प्रेमियों की उमड़ी भीड़

Bible Book Fair held in Ranchi: GEL चर्च के HRDC सभागार में इस साल...

राजभवन का नया नाम ‘लोकभवन’, PMO बनेगा ‘सेवा तीर्थ’

Raj Bhavan to be Renamed 'Lok Bhavan' : भारत में 1 दिसंबर 2025 से...

भारत में स्मार्टफोन में ‘संचार साथी’ ऐप अनिवार्य?, फोन चोरी हो जाए, तो…

'Sanchar Sathi' app is Mandatory In India: भारत सरकार के दूरसंचार विभाग (DoT) ने...

कांके के जयपुर रोड की हालत खराब, टूटा पाइप बना परेशानी का कारण

Jaipur Road in Kanke is in Bad Shape: कांके इलाके के जयपुर रोड वार्ड...

खबरें और भी हैं...

राजभवन का नया नाम ‘लोकभवन’, PMO बनेगा ‘सेवा तीर्थ’

Raj Bhavan to be Renamed 'Lok Bhavan' : भारत में 1 दिसंबर 2025 से...

भारत में स्मार्टफोन में ‘संचार साथी’ ऐप अनिवार्य?, फोन चोरी हो जाए, तो…

'Sanchar Sathi' app is Mandatory In India: भारत सरकार के दूरसंचार विभाग (DoT) ने...