Tourist describes Pahalgam attack : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बायसरन घाटी में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई और 12 अन्य घायल हुए।
लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने हमले की जिम्मेदारी ली। आजतक द्वारा प्राप्त एक एक्सक्लूसिव वीडियो में एक पर्यटक की आपबीती सामने आई है, जिसमें वह हमले के दौरान अपनी जान बचाने की दहशत भरी कहानी बयां कर रहा है।
पर्यटकों की आपबीती
वीडियो में एक पर्यटक बता रहा है कि वह बायसरन मीडो में टहल रहा था, तभी अचानक गोलियों की तड़तड़ाहट सुनाई दी। उसने कहा, “पहले हमें लगा कि पटाखे चल रहे हैं। दो-तीन राउंड की आवाज के बाद लोगों की चीखें सुनाई दीं, तो हम जान बचाकर भागे।” आजतक से बातचीत में उसने बताया कि वह बुरी तरह डर गया था और शुरू में समझ नहीं पाया कि यह आतंकी हमला है।
जब उससे पूछा गया कि क्या घटनास्थल पर सुरक्षा बल मौजूद थे, तो उसने कहा, “मैं इस पर ध्यान नहीं दे सका, क्योंकि मैं अपनी जान बचाने में लगा था।” हालांकि, उसके साथ मौजूद दोस्त ने दावा किया कि “वहां कोई सुरक्षा बल तैनात नहीं था।”
पर्यटक ने कहा, “सबकुछ ठीक चल रहा था। हमें लगा कि ऐसा कुछ नहीं होगा। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।” उसके दोस्त ने बताया कि वह अब भी डर से कांप रहा है। एक अन्य पर्यटक ने कहा, “हम मैदान में घोड़ेवाले के साथ बैठे थे।
अचानक गोलियों की आवाज आई। तीन राउंड के बाद हमें एहसास हुआ कि यह आतंकी हमला है। मैं पेड़ के पीछे छिप गया। हमारी आंखों के सामने एक महिला को गोली मार दी गई।” प्रत्यक्षदर्शियों का अनुमान है कि करीब 100 राउंड फायरिंग हुई।
हमला दोपहर 2:50 बजे बायसरन घाटी में हुआ, जो पहलगाम का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। 4-6 आतंकी, जो कथित तौर पर सैन्य वर्दी में थे, ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की। आतंकियों ने कुछ पर्यटकों से उनका नाम और धर्म पूछा, फिर गोली मारी।
हमले में कर्नाटक, तमिलनाडु, ओडिशा, और उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों के पर्यटक मारे गए। अनंतनाग पुलिस ने बताया कि 12 घायलों को पहलगाम और अनंतनाग के अस्पतालों में भर्ती किया गया है, जिनमें से दो की हालत गंभीर है।
हमले के बाद भारतीय सेना की विक्टर फोर्स, CRPF की 116वीं बटालियन, और जम्मू-कश्मीर पुलिस की SOG ने इलाके को घेर लिया और आतंकियों की तलाश में व्यापक ऑपरेशन शुरू किया। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की एक टीम श्रीनगर पहुंचकर जांच में जुट गई है।
खुफिया सूत्रों के मुताबिक, हमले के पीछे लश्कर कमांडर सैफुल्लाह कासूरी और दो अन्य रावलकोट-आधारित आतंकियों का हाथ है। अनंतनाग पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर (9596777669, 01932225870, व्हाट्सएप 9419051940) जारी किए हैं।