Jharkhand ATS Raid in Dhanbad: झारखंड के आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने धनबाद के वासेपुर से प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (HuT) से जुड़े चार संदिग्धों को बुधवार को तीन दिन की रिमांड पर लिया।
इनमें एक महिला भी शामिल है। ATS ने न्यायालय में रिमांड के लिए आवेदन दिया था, जिसे मंजूर करते हुए अदालत ने तीन दिन की रिमांड दी।
रिमांड मिलने के बाद ATS ने चारों संदिग्धों को बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, रांची से अपनी हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू कर दी। ATS के अनुसार, प्रारंभिक पूछताछ में संदिग्धों ने कई अहम खुलासे किए हैं, जिनकी गहराई से जांच की जा रही है। पूछताछ शुक्रवार शाम तक जारी रहेगी।
वासेपुर और भूली में छापेमारी, अवैध हथियार और दस्तावेज जब्त
ATS ने शनिवार को धनबाद के वासेपुर, बैंक मोर, और भूली क्षेत्रों में खुफिया जानकारी के आधार पर छापेमारी कर चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया था
छापेमारी के दौरान ATS ने दो पिस्टल, 12 कारतूस, कई मोबाइल फोन, लैपटॉप, पेन ड्राइव, और प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े दस्तावेज व साहित्य बरामद किए। यह कार्रवाई पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल 2025) के बाद देशभर में बढ़ी सतर्कता के बीच की गई।
UAPA के तहत बैन के बाद देश में पहला मामला
हिज्ब-उत-तहरीर (HuT), एक अंतरराष्ट्रीय इस्लामी संगठन, को भारत सरकार ने 10 अक्टूबर 2024 को गैरकानूनी गतिविधि (निवारण) अधिनियम (UAPA), 1967 के तहत प्रतिबंधित किया था।
यह संगठन युवाओं को हिंसक जिहाद के लिए उकसाने और वैश्विक इस्लामी खलीफा स्थापित करने की विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए कुख्यात है।
झारखंड ATS की यह कार्रवाई HuT पर बैन के बाद देश में पहला दर्ज मामला है। ATS का दावा है कि संदिग्ध अवैध हथियारों के व्यापार, सोशल मीडिया और डार्क वेब के जरिए युवाओं को कट्टरपंथी बनाने, और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में शामिल थे।
शबनम ने निभाई कट्टरपंथी भर्ती में बड़ी जिम्मेदारी
गिरफ्तार संदिग्धों में शबनम परवीन की भूमिका ने जांच एजेंसियों का विशेष ध्यान खींचा है। ATS सूत्रों के अनुसार, शबनम कट्टरपंथी मॉड्यूल की प्रमुख हैंडलर थी और युवाओं को वैचारिक रूप से कट्टर बनाने और भर्ती करने में सक्रिय थी। उसके मोबाइल फोन से बरामद डिजिटल सामग्री, जिसमें कट्टरपंथी प्रचार, एन्क्रिप्टेड संदेश, और डार्क वेब से प्राप्त निर्देश शामिल हैं, ने उसकी अहम भूमिका की पुष्टि की। यह झारखंड में इस तरह के मामले में किसी महिला संदिग्ध की पहली गिरफ्तारी है।