Operation Sindoor: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए जाने के बाद, पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।
इस हमले में जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में 10 नागरिकों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हुए, जिनमें से कई की हालत गंभीर है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान की इस नापाक हरकत का कड़ा जवाब दिया, जिससे पाकिस्तानी सेना की कई चौकियों को भारी नुकसान पहुंचा।
यह घटनाक्रम 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के कुछ घंटों बाद हुआ, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे।
पाकिस्तान ने सुबह से अब तक हमारे 15 नागरिकों को मार दिया है. वहीं, 43 से भारतीय नागरिक घायल हैं.
सरहद के पास पाकिस्तान लगातार फायरिंग और गोले दाग रहा है.
– ANI ने रिपोर्ट की है pic.twitter.com/s7eI9n0mPS
— Ranvijay Singh (@ranvijaylive) May 7, 2025
पाकिस्तान की गोलीबारी, पुंछ में भारी तबाही
पाकिस्तानी सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तुरंत बाद LoC और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बिना उकसावे के भारी गोलीबारी और तोपखाने से हमला किया। पुंछ और तंगधार क्षेत्रों में इस हमले से 10 नागरिकों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हुए।
घायलों में कई की हालत नाजुक है, और प्रभावित क्षेत्रों में घर और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं। भारतीय सेना ने तत्काल जवाबी कार्रवाई की, जिसमें कुपवाड़ा, राजौरी, और पुंछ सेक्टरों में पाकिस्तानी चौकियों को व्यापक नुकसान पहुंचा।
रक्षा सूत्रों के अनुसार, भारतीय जवाबी कार्रवाई में कई पाकिस्तानी सैनिक भी हताहत हुए।
भारतीय सेना की प्रभावी जवाबी कार्रवाई
भारतीय सेना ने पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया। रक्षा सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना ने तोपखाने और अन्य हथियारों का उपयोग कर पाकिस्तानी चौकियों को निशाना बनाया, जिससे कई चौकियां तबाह हो गईं।
सेना ने एक बयान में कहा, “पाकिस्तानी सेना ने 6-7 मई की रात LoC और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अंधाधुंध गोलीबारी और तोपखाने से हमला किया। भारतीय सेना ने इसका प्रभावी और समानुपातिक जवाब दिया।”
सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “न्याय हुआ। जय हिंद।”
नागरिकों की सुरक्षा के लिए इलाका खाली करने का आदेश
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने LoC और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास रहने वाले नागरिकों को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने का आदेश दिया।
सूत्रों के अनुसार, शाह जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, और सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी के साथ लगातार संपर्क में हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा कि नागरिकों की सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी, और पुंछ जिलों में सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’: नपी-तुली और लक्षित कार्रवाई
भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को एक “लक्षित, नपी-तुली, और गैर-उकसावे वाली” कार्रवाई बताया, जिसके तहत पाकिस्तान और PoK में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया। इन ठिकानों में बहावलपुर का सुब्हान अल्लाह कैंप (जैश-ए-मोहम्मद), मुरीदके का मस्जिद व मार्कज तैबा (लश्कर-ए-तैयबा), और कोटली, गुलपुर, सवाई, बरनाला, सरजाल, और महमूना जॉया जैसे शिविर शामिल थे।
ये ठिकाने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े थे, और इनका उपयोग भारत के खिलाफ आतंकी हमलों की योजना बनाने और संचालन के लिए किया जाता था।
सरकार ने स्पष्ट किया कि किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया।


