Jharkhand News: ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन (AIIA) के अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद सजिद रशीदी ने बुधवार को रांची प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 को मुस्लिम समाज के लिए ऐतिहासिक और क्रांतिकारी कदम करार दिया।
उन्होंने कांग्रेस पार्टी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर मुस्लिम समाज को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
रशीदी ने कहा कि यह विधेयक वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा, पारदर्शिता, और जवाबदेही सुनिश्चित करेगा, जिससे मुस्लिम समाज मुख्यधारा की शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के अवसरों तक पहुंच सकेगा।
वक्फ विधेयक, मुस्लिम समाज की प्रगति का प्रतीक
मौलाना रशीदी ने कहा कि वक्फ संशोधन अधिनियम न केवल मुस्लिम समाज, बल्कि पूरे देश के लिए पारदर्शिता और जवाबदेही का प्रतीक है।
उन्होंने जोर देकर कहा, “मुसलमान अब जाग चुका है। हमें अपने बच्चों को सिर्फ मदरसों तक सीमित नहीं रखना, बल्कि उन्हें तकनीकी कौशल, प्रशासनिक सेवाएं, और मुख्यधारा की शिक्षा दिलानी है। इसके लिए वक्फ संपत्तियों का सुरक्षित और उपयोगी होना जरूरी है।”
उन्होंने विधेयक के समर्थन में डिजिटल प्लेटफॉर्म, ई-गवर्नेंस, और ऑडिट जैसे सुधारों का जिक्र किया, जो संपत्तियों के दुरुपयोग को रोकेगा।
कांग्रेस पर धोखे का आरोप
रशीदी ने कांग्रेस पर 70 वर्षों तक मुस्लिम समाज को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। उन्होंने सच्चर कमेटी (2006) और रंगनाथ मिश्रा आयोग की रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि इनमें मुस्लिमों की बदतर स्थिति उजागर हुई, लेकिन कांग्रेस ने इन सिफारिशों को लागू नहीं किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, और राजस्थान में कांग्रेस शासन के दौरान वक्फ संपत्तियों पर कब्जे और घोटाले हुए। रशीदी ने कहा, “कांग्रेस ने मुस्लिमों की शिक्षा, स्वास्थ्य, और धार्मिक संपत्तियों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस नीति नहीं बनाई।”
ममता बनर्जी की आलोचना
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए रशीदी ने उनके बयान कि “वक्फ कानून बंगाल में लागू नहीं होगा” को असंवैधानिक और वोट बैंक की राजनीति करार दिया। उन्होंने सवाल उठाया, “अगर यह कानून मुस्लिमों की भलाई के लिए है, तो ममता इसका विरोध क्यों कर रही हैं?
बंगाल में मुस्लिम प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज और मुकदमे क्यों दर्ज हुए?” रशीदी ने ममता के रुख को शर्मनाक बताया और कहा कि मुस्लिम समाज को अब नेताओं के काम, न कि बयानों पर ध्यान देना चाहिए।
मुस्लिम समाज से अपील और मांग
रशीदी ने PM मोदी से मुस्लिम समुदाय को एक ‘रिजर्व फोर्स’ के रूप में देखने की अपील की, जो राष्ट्र के विकास में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। उन्होंने कहा, “मुस्लिम समाज को यह देखना होगा कि कौन हमारे बच्चों के लिए स्कूल बनवाता है, कौन हमारी जमीन की रक्षा करता है, और कौन हमारे रिकॉर्ड डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सुरक्षित करता है।”
उन्होंने मुस्लिम युवाओं से शिक्षा और तकनीकी क्षेत्र में आगे बढ़ने का आह्वान किया। प्रेस वार्ता में मोहम्मद कमाल खान, राफिया नाज, तारिक इमरान सहित अन्य उपस्थित थे।




