INDIA – PAK armistice: भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले कुछ दिनों से चले आ रहे तनाव के बाद दोनों देशों ने 10 मई को सीजफायर (युद्धविराम) पर सहमति जता दी। भारतीय सेना ने नई दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पाकिस्तान के झूठे दावों का पर्दाफाश किया और साफ किया कि भारत ने जिम्मेदारी और संयम के साथ कार्रवाई की, जिससे पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को नेवी कमोडोर रघु आर. नायर, विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी ने संबोधित किया। सेना ने कहा कि पाकिस्तान ने बार-बार गलत सूचना अभियान चलाकर अपनी हार छिपाने की कोशिश की।
पाकिस्तान के झूठे दावों का खुलासा
कर्नल सोफिया कुरैशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान के दावों को बेनकाब करते हुए कहा, “पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने अपने JF-17 जेट्स से हमारे S-400 और ब्रह्मोस मिसाइल बेस को नुकसान पहुंचाया। यह पूरी तरह झूठ है।
इसके अलावा, उसने सिरसा, जम्मू, पठानकोट, भटिंडा, नलिया और भुज में हमारे हवाई अड्डों और चंडीगढ़ व व्यास में गोला-बारूद डिपो को नुकसान पहुंचाने का दावा किया, जो भी पूरी तरह गलत है।”
कुरैशी ने आगे कहा, “पाकिस्तान ने यह भी झूठ बोला कि भारतीय सेना ने मस्जिदों को निशाना बनाया। मैं स्पष्ट करती हूं कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है और हमारी सेना संवैधानिक मूल्यों का प्रतीक है।
हम हर धर्म के पूजा स्थलों का सम्मान करते हैं। हमारे हमले केवल आतंकी ठिकानों और पाकिस्तानी सैन्य सुविधाओं पर थे।”
पाकिस्तान को भारी नुकसान
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को पूरी तरह तबाह किया, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन के लॉन्चपैड शामिल थे। इसके अलावा, पाकिस्तान के छह एयरबेस, ड्रोन लॉन्चपैड और सैन्य कमांड सेंटर्स को भारी नुकसान पहुंचा।
“पाकिस्तान का मुरिद एयरबेस, जो ड्रोन ऑपरेशंस का हेडक्वार्टर है, और रफीकी एयरबेस भी हमारे हमलों में क्षतिग्रस्त हुए। हमने उनकी सैन्य क्षमता को बर्बाद कर दिया,” सिंह ने कहा।
कमोडोर रघु आर. नायर ने कहा, “हमारी कार्रवाइयां मापी गईं और जिम्मेदार थीं। हमने केवल आतंकी और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना पूरी तरह तैयार हैं और देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहेंगी।”
भारत की शर्तों पर सीजफायर
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) ने 10 मई को दोपहर 3:35 बजे भारतीय DGMO को फोन किया।
दोनों के बीच सहमति बनी कि जमीन, हवा और समुद्र में सभी सैन्य कार्रवाइयां और गोलीबारी शाम 5 बजे से बंद हो जाएंगी। “दोनों पक्षों ने अपनी सेनाओं को निर्देश जारी किए हैं। DGMO 12 मई को दोपहर 12 बजे फिर बात करेंगे ताकि स्थिति की समीक्षा हो सके,” मिस्री ने कहा।
सूत्रों के मुताबिक, यह सीजफायर भारत की शर्तों पर हुआ है। भारत ने साफ किया कि भविष्य में कोई भी आतंकी हमला युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा। इंडस वॉटर्स ट्रीटी, जिसे भारत ने पहलगाम हमले के बाद निलंबित कर दिया था, अभी भी लागू नहीं होगी।
PM मोदी और सेना प्रमुखों की बैठक
सीजफायर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों-सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह-से मुलाकात की।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल भी इस बैठक में शामिल हुए। सूत्रों के अनुसार, बैठक में सीजफायर की शर्तों, सीमा पर स्थिति और भविष्य की रणनीति पर चर्चा हुई।


