Know the correct time for fasting: सुबह चाय के साथ पराठा, दोपहर में मिठाई, और शाम को फल खाने के बाद ब्लड शुगर चेक करने का विचार आया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि टेस्ट का समय परिणाम की सटीकता को प्रभावित करता है? डायबिटीज एक जटिल स्थिति है, जो खानपान, जीवनशैली और समय के साथ जुड़ी होती है। गलत समय पर जांच से भ्रामक परिणाम मिल सकते हैं, जो इलाज और दवा के चयन को प्रभावित करते हैं। आइए, विभिन्न ब्लड शुगर टेस्ट और उनके सही समय को समझें।
1. फास्टिंग ब्लड शुगर टेस्ट (FBS)
क्या है?: रातभर (कम से कम 8 घंटे) बिना कुछ खाए-पिए ब्लड शुगर की जांच।
सही समय: सुबह खाली पेट, आदर्श रूप से रात का खाना 10 बजे तक खाकर सुबह 6-8 बजे टेस्ट।
महत्व: यह बेसलाइन शुगर लेवल दिखाता है और डायबिटीज निदान में विश्वसनीय है।
सामान्य रेंज:
70-99 mg/dL: सामान्य
100-125 mg/dL: प्री-डायबिटीज
≥126 mg/dL: डायबिटीज (दो बार पुष्टि जरूरी)
सुझाव: पानी पी सकते हैं, लेकिन चाय, कॉफी, या जूस से बचें। रात को भारी भोजन न करें।
2. पोस्टप्रांडियल ब्लड शुगर टेस्ट (PPBS)
क्या है?: भोजन शुरू करने के ठीक 2 घंटे बाद ब्लड शुगर की जांच।
सही समय: नाश्ते या दोपहर के खाने के पहले काट (पहला निवाला) से 2 घंटे बाद।
महत्व: यह दिखाता है कि शरीर भोजन से ग्लूकोज को कितनी अच्छी तरह प्रोसेस करता है।
सामान्य रेंज:
<140 mg/dL: सामान्य
140-199 mg/dL: प्री-डायबिटीज
≥200 mg/dL: डायबिटीज (लक्षणों के साथ)
सुझाव: खाने का समय और मात्रा नोट करें। टेस्ट से पहले अतिरिक्त भोजन या भारी व्यायाम न करें।
3. रैंडम ब्लड शुगर टेस्ट (RBS)
क्या है?: दिन में किसी भी समय, भोजन की परवाह किए बिना ब्लड शुगर की जांच।
सही समय: आपात स्थिति में, जैसे चक्कर आना, पसीना, या डायबिटीज के लक्षण दिखने पर।
महत्व: त्वरित मूल्यांकन के लिए उपयोगी, खासकर अगर लक्षण गंभीर हों।
सामान्य रेंज: ≥200 mg/dL और लक्षण (प्यास, बार-बार पेशाब) होने पर डायबिटीज की संभावना।
सुझाव: परिणाम भोजन के समय पर निर्भर करते हैं। FBS या HbA1c से पुष्टि करें।
4. HbA1c टेस्ट
क्या है?: पिछले 2-3 महीनों की औसत ब्लड शुगर लेवल की जांच।
सही समय: किसी भी समय, फास्टिंग की जरूरत नहीं। हर 3-6 महीने में एक बार।
महत्व: डायबिटीज नियंत्रण और दीर्घकालिक जोखिम (हृदय, किडनी) का आकलन।
सामान्य रेंज:
<5.7%: सामान्य
5.7-6.4%: प्री-डायबिटीज
≥6.5%: डायबिटीज
सुझाव: नियमित मॉनिटरिंग के लिए आदर्श। एनीमिया या किडनी रोग होने पर परिणाम प्रभावित हो सकते हैं।
सही समय क्यों जरूरी?
आपके द्वारा वर्णित परिदृश्य (पराठा, मिठाई, फल) के बाद तुरंत रैंडम टेस्ट करने से शुगर लेवल हाई दिख सकता है, जो सामान्य भी हो सकता है। उदाहरण के लिए, मिठाई खाने के 30 मिनट बाद RBS 180 mg/dL आना सामान्य है, लेकिन यह डायबिटीज का संकेत नहीं। वहीं, गलत समय पर FBS या PPBS टेस्ट से दवा की खुराक गलत हो सकती है।
रांची के मधुमेह विशेषज्ञ डॉ. राजीव कुमार कहते हैं, “सही समय पर टेस्ट न केवल निदान, बल्कि मैनेजमेंट में भी महत्वपूर्ण है। बिना सलाह के टेस्ट करने से भ्रम पैदा होता है।”