Jharkhand News: झारखंड CID की साइबर क्राइम ब्रांच ने गुजरात में छापेमारी कर दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इन अपराधियों ने सेना के एक अधिकारी को ऊंचे रिटर्न का झूठा वादा देकर 2 करोड़, 90 लाख रुपये की ठगी की थी।
टेलीग्राम पर संचालित नेहा बालाकी लिंक के जरिए पीड़ित को शिकागो बोर्ड ऑफ एक्सचेंज में ऑनलाइन खाता खोलने के लिए प्रलोभन दिया गया। मेटल ट्रेडिंग में भारी मुनाफे का लालच देकर पीड़ित से करोड़ों रुपये निवेश कराए गए, जिसके बाद उनके खाते से अवैध रूप से 2.9 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर लिए गए।
CID की कार्रवाई और बरामदगी
झारखंड सीआईडी की साइबर क्राइम ब्रांच की DSP नेहा बाला ने बताया कि साइबर क्राइम थाना कांड संख्या 88/25 के तहत पीड़ित के लिखित आवेदन के आधार पर यह कार्रवाई की गई। अनुसंधान के दौरान पता चला कि इस ठगी में गुजरात के साइबर अपराधियों का हाथ है।
इसके बाद CID की टीम ने गुजरात में छापेमारी कर दो साइबर अपराधियों, गरनिया भरत उर्फ रमकु भाई और गोयनिया हार्दिक भाई उर्फ करम सिंह, को सूरत से गिरफ्तार किया। उनके पास से दो मोबाइल, सिम कार्ड, ATM और कुछ चेक बरामद किए गए हैं। दोनों आरोपियों ने अपने अपराध में संलिप्तता स्वीकार कर ली है।
अपराधियों के खिलाफ झारखंड में तीन मामले दर्ज
DSP नेहा बाला ने बताया कि गृह मंत्रालय के नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के माध्यम से मिली जानकारी के अनुसार, इन दोनों साइबर अपराधियों के खिलाफ कर्नाटक, उत्तराखंड और झारखंड में कुल तीन मामले दर्ज हैं। जांच में यह भी सामने आया कि इनके खातों में एक ही दिन में 1 करोड़, 60 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए थे।




