JAMSHEDPUR: झारखंड पुलिस ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए कदमा थाना के पुलिस अवर निरीक्षक (SI) सुनील कुमार दास को 1 लाख रुपये रिश्वत मांगने के आरोप में तुरंत निलंबित कर दिया।
यह कार्रवाई शुक्रवार को वरीय पुलिस अधीक्षक (SSP) पीयूष पांडेय ने नगर पुलिस अधीक्षक (City SP) कुमार शिवाशीष की जांच रिपोर्ट के आधार पर की।
क्या है मामला?
पीड़िता दुर्गा कुमारी ने आरोप लगाया कि वह एक दहेज उत्पीड़न मामले में प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराने कदमा थाना गई थीं। वहां SI सुनील कुमार दास ने FIR दर्ज करने के लिए 1 लाख रुपये की रिश्वत मांगी और उन्हें बार-बार थाने बुलाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया।
पीड़िता ने BJP नेता और सामाजिक कार्यकर्ता अंकित आनंद की मदद से 5 जून को SSP को लिखित शिकायत दी। शिकायत को सोशल मीडिया पर भी हाईलाइट किया गया, जिसमें CM, DGP, कोल्हान DIG और पुलिस शिकायत प्राधिकरण को टैग किया गया था।
जांच में क्या मिला?
SSP के निर्देश पर City SP ने जांच शुरू की। जांच में व्हाट्सएप कॉल रिकॉर्ड्स, चैट मैसेज और पीड़िता, उनके पिता, भाई व अंकित आनंद के बयान दर्ज किए गए।
डिजिटल सबूतों ने रिश्वत के आरोपों की पुष्टि की। कदमा थाना पुलिस की ओर से अपेक्षित सहयोग न मिलने और सुनील कुमार दास की संदिग्ध भूमिका के आधार पर उन्हें सेवा नियमों का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया।