Jharkhand News: झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल, राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS) में शनिवार को शासी परिषद की अहम बैठक हुई। स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने इसकी अध्यक्षता की।
बैठक में 16 प्रमुख एजेंडों पर गहन चर्चा हुई, जिसमें रिम्स को देश के टॉप मेडिकल संस्थानों की श्रेणी में लाने का रोडमैप तैयार किया गया।
रिम्स में जल्द दिखेगा बड़ा बदलाव
स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने कहा, “हमारा लक्ष्य रिम्स को देश के बेस्ट हॉस्पिटल्स में शामिल करना है। इसके लिए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को अपनी जिम्मेदारी गंभीरता से निभानी होगी।”
उन्होंने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि सरकारी ड्यूटी के दौरान प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इन मुद्दों पर हुई चर्चा
परचेजिंग में देरी: सामान खरीद में हो रही देरी और इससे उत्पन्न समस्याओं पर चर्चा।
ट्रॉमा सेंटर की स्थिति: सुविधाओं में सुधार और खामियों को दूर करने पर जोर।
रखरखाव और वेंटिलेटर: खराब वेंटिलेटरों की स्थिति और रखरखाव व्यवस्था को दुरुस्त करने की योजना।
आवश्यक मशीनों की खरीद: MRI मशीन की खरीद प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश।
इलाज में सुधार: मरीजों को बेहतर इलाज देने के लिए सुधार की रूपरेखा।
अगली बैठक 9 अक्टूबर को
बैठक में निर्णय लिया गया कि शेष प्रस्तावों पर विस्तार से चर्चा के लिए अगली बैठक 9 अक्टूबर 2025 को होगी। स्वास्थ्य मंत्री ने रिम्स निदेशक को MRI मशीन की खरीद प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करने का सख्त निर्देश दिया।
प्राइवेट प्रैक्टिस पर नकेल
डॉ इरफान अंसारी ने दोहराया कि सरकारी ड्यूटी के दौरान प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों पर नजर रखी जाएगी और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा, “रिम्स में जल्द ही मरीजों को बेहतर सुविधाएं और इलाज मिलेगा, ताकि झारखंड के लोग गर्व महसूस करें।”


