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हरियाणा चुनाव में जीत से BJP में उत्साह, महाराष्ट्र, झारखंड में दिख सकता है असर

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BJP excited by victory in Haryana elections: हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव (Haryana and Jammu and Kashmir Assembly Elections) के नतीजे आ चुके हैं।

जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस का गठबंधन 15 साल बाद सरकार बनाने जा रहा है। वहीं हरियाणा में BJP तीसरी बार सत्ता में वापसी कर रही है।

हरियाणा के गठन के बाद से अब तक कोई पार्टी लगातार तीसरी बार सरकार नहीं बना सकी है। हरियाणा जीत से पार्टी को बूस्ट मिला है, जिसका असर अगले तीन महीने में होने वाले महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव में भी दिखाई दे सकता है।

महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर 2024 और झारखंड का 5 जनवरी, 2025 को खत्म हो रहा है। चुनाव आयोग दशहरे के बाद महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है साथ ही 6 राज्यों की 28 सीटों पर उपचुनाव का ऐलान भी हो सकता है।

6 राज्यों की 28 सीटों पर भी होना है उपचुनाव, दशहर बाद हो सकता है ऐलान

महाराष्ट्र में महायुति यानी शिवसेना, BJP और NCP अजित गुट की सरकार है। एंटी इन्कंबेंसी (Anti incumbency) और छह बड़ी पार्टियों के बीच बंटने वाले वोट को साधना पार्टी के लिए बड़ी चुनौती होगी।

2024 लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 सीटों में इंडिया गठबंधन को 30 और NDA को 17 सीटें मिली थीं। इनमें BJPको 9, शिवसेना को 7 और NCP को 1 सीट हासिल हुई थी।

BJPको 23 सीटों का नुकसान हुआ था। 2019 लोकसभा चुनाव से NDA को 41 सीटें मिली थीं। 2014 में यह आंकड़ा 42 था। यानी आधे से भी कम।

विपक्षी गठबंधन के एक सर्वे में राज्य की 288 सीटों पर MVA यानी महाविकास अघाड़ी को 160 सीटें मिलने का अनुमान है।

BJP के लिए मराठा आंदोलन सबसे बड़ी चुनौती है। इसके अलावा शिवसेना और NCP में तोड़फोड़ के बाद उद्धव ठाकरे और शरद पवार के साथ लोगों की सिंपथी है।

झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेतृत्व वाली सरकार है। इसमें कांग्रेस, राजद और वाम दल शामिल हैं। BJPको झारखंड में सरकार बनाने के लिए संथाल परगना और कोल्हान प्रमंडल की 32 सीटों पर फोकस करना होगा। संथाल परगना की 18 विधानसभा सीटों में से सिर्फ तीन सीटें BJPके पास हैं। पिछले चुनाव में कोल्हान प्रमंडल की 14 विधानसभा सीटों पर तो BJPका खाता भी नहीं खुल पाया। जमशेदपुर पूर्वी से तत्कालीन सीएम रघुवर दास को भी हार का सामना करना पड़ा।

जनवरी में भ्रष्टाचार के मामले में CM पद से इस्तीफा देकर Hemant Soren को जेल जाना पड़ा। हालांकि, जमानत मिलने के बाद वे बाहर आए और चंपई सोरेन से 156 दिन में CM का पद वापस ले लिया। इसके बाद चंपई BJPमें शामिल हो गए। झारखंड आंदोलन में शिबू सोरेन के साथी रहे चंपई को कोल्हान टाइगर भी कहा जाता है।

UP  में 10, राजस्थान में 6, पंजाब में 5, बिहार में 4, मध्य प्रदेश में 2 और छत्तीसगढ़ में एक सीट पर उपचुनाव होना है। इनमें से पंजाब छोड़कर सभी जगह BJP सत्ता में है। लिहाजा एंटी इन्कम्बेंसी फैक्टर (Anti incumbency factor) से लड़ने के साथ उम्मीदवार का लोकल कनेक्ट ही चुनाव नतीजे तय करेगा। चुनाव लिस्ट में अगला नाम दिल्ली का है, जहां विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को खत्म होगा। दिल्ली में पिछले 10 साल से आम आदमी पार्टी सत्ता में है। दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल नवंबर में चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं।

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