Ceasefire agreement: भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई को लागू हुए सीजफायर समझौते के बावजूद तनाव बरकरार है। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने साफ कर दिया है कि अगर पाकिस्तान इस समझौते का उल्लंघन करता है, तो सैन्य कमांडरों को जवाबी कार्रवाई की पूरी छूट होगी।
यह निर्देश नरगोटा में 10-11 मई की रात हुए आतंकी हमले के बाद आया, जिसे सीजफायर उल्लंघन का हिस्सा माना जा रहा है।
भारतीय सेना ने बयान जारी कर कहा, “10 मई को दोनों देशों के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) के बीच हुई बातचीत में जमीन, हवा और समुद्र में सभी सैन्य कार्रवाइयां और गोलीबारी रोकने की सहमति बनी थी।
लेकिन 10-11 मई की रात नरगोटा में हुए आतंकी हमले और हवाई क्षेत्र के उल्लंघन के बाद सेना प्रमुख ने पश्चिमी सीमाओं के सैन्य कमांडरों के साथ सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की।”
सेना प्रमुख का निर्देश
जनरल द्विवेदी ने पश्चिमी कमान, उत्तरी कमान और वायुसेना के कमांडरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हालात का जायजा लिया। सेना ने कहा, “सेना प्रमुख ने सैन्य अधिकारियों को निर्देश दिया कि सीजफायर समझौते के किसी भी उल्लंघन की स्थिति में तत्काल और सशस्त्र जवाबी कार्रवाई की जाए।
कमांडरों को हर स्तर पर पूरी छूट दी गई है।” यह कदम भारत की जीरो-टॉलरेंस नीति को दर्शाता है।