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सावधान! शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बिगड़ा तो ये बीमारियां करेंगी परेशान…

अपने शरीर और सेहत के प्रति सबसे पहले खुद जागरूक होना जरूरी है। विशेषज्ञों (Experts) का कहना है कि मानव शरीर बेहद जटिल है, जिसे ढंग से काम करने के लिए कई घटकों के संतुलन की जरूरत होती है।

Health Consciousness: अपने शरीर और सेहत के प्रति सबसे पहले खुद जागरूक होना जरूरी है। विशेषज्ञों (Experts) का कहना है कि मानव शरीर बेहद जटिल है, जिसे ढंग से काम करने के लिए कई घटकों के संतुलन की जरूरत होती है।

हमारे दिल, दिमाग व श्वसन तंत्र की कई गतिविधियां Electrolytes के संतुलन से प्रभावित होती है। इनमें प्रमुख हैं Sodium, Potassium, Calcium, Magnesium, Chloride, Phosphate.

सिरदर्द व माइग्रेन की समस्या भी ट्रिगर हो सकती है

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इन Electrolytes का संतुलन बिगड़ने पर मांसपेशियों में दर्द, ऐंठन, सुस्ती, थकावट, बेचैनी, सूजन, पेट की समस्याएं, उल्टी, हृदय गति की अनियमितता व ब्लड प्रेशर में अचानक बदलाव आने जैसे लक्षण सामने आते हैं। सिरदर्द व माइग्रेन की समस्या भी ट्रिगर हो सकती है।

दिल्ली स्थित सी. के. बिड़ला हॉस्पिटल में Internal Medicine के प्रमुख डॉ. राजीव गुप्ता के अनुसार, मुख्य रूप से शरीर में पानी की कमी से यह संतुलन बिगड़ता है।

डायरिया, डिहाइड्रेशन व बार-बार पेशाब आने से शरीर में Electites की कमी हो जाती है। व्यायाम का तरीका, डाइट, Vitamin D की कमी, नशीली दवाओं का सेवन, कुपोषण, किसी सर्जरी, किडनी रोग, सिरोसिस या Heart Failure जैसे कारण भी इसकी वजह हो सकते हैं। जेनेटिक कारणों के अलावा कैंसर उपचार में दी जाने वाली थेरेपी भी इस संतुलन पर असर डालती है।’

पोटैशियम का स्तर बढ़ने से दिल की धड़कन हो सकती हैं अनियमित

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सोडियम व Potassium कोशिकाओं की कार्य प्रणाली के साथ दिल व मानसिक सेहत के लिए जरूरी दो घटक हैं। Sodium की कमी की वजह से कमजोरी, चक्कर आना, बार-बार गिरना और बेहोशी जैसे लक्षण पैदा हो सकते हैं।

एक्सपर्ट के अनुसार, Hyperkalemia यानी पोटैशियम का स्तर बढ़ने से दिल की धड़कन अनियमित हो सकती हैं। दिल का दौरा तक पड़ सकता है।

वहीं, पोटैशियम कम होने यानी Hyperkalemia की स्थिति में मांसपेशियों में दर्द, ऐंठन व लकवे की आशंका बढ़ सकती है। कैल्शियम का स्तर भी हृदय की मांसपेशियों के संकुचन पर बुरा असर डाल सकता है।

ऐसे बनाएं रखें इलेक्ट्रोलाइट का संतुलन

● संतुलित भोजन लें ताकि अलग-अलग तरह की धातुओं और मिनरल की पूर्ति हो सके।

● शरीर में पानी की कमी न होने दें। तरल चीजों का सेवन भी अधिक करें।

● स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं। अपनी डाइट व व्यायाम के संबंध में विशेषज्ञों से राय लें।

● हमारी किडनी, द्रव्यों व Electrolyte संतुलन बनाए रखने का काम करती है। किडनी की अच्छी सेहत के लिए नमक, चीनी कम खाएं। शरीर के डिटॉक्सिफिकेशन पर ध्यान दें।

● असंतुलन, अगर किसी रोग के कारण है तो उसका उपचार कराना जरूरी है। इसके अलावा, कुछ खास तरह की थेरेपी व दवा से भी आराम मिलता है।

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