<strong>जमशेदपुर:</strong> झारखंड के स्कूलों <a href="http://newsaroma.com/macao-government-closed-public-places-including-schools-parks-in-view-of-increasing-case-of-corona/">(schools in jharkhand)</a> में समानांतर व्यवस्था चलाने व नियमों में डालने अनुसार बदलाव के खिलाफ कांग्रेस में लोग भी आवाज उठाने लगे हैं। इसी कड़ी में जमशेदपुर के पूर्व सांसद डॉ. अजय कुमार ने जामताड़ा के स्कूलों में शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश और हाथ जोड़कर प्रार्थना नहीं करने देने का मामला उठाया है। इस सिलसिले में मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने पूरे मामले पर गंभीर चिंता जताते हुए इसे असंवैधानिक (Unconstitutional) करार दिया। साथ ही इस मामले में शामिल तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। <h4>जामताड़ा का भी पत्र में जिक्र</h4> पत्र में डॉ. अजय (Dr. Ajay) ने कहा कि पिछले दिनों जामताड़ा के एक स्कूल में हाथ जोड़कर प्रार्थना नहीं करने का मामला आया था। हमारा देश धर्मनिरपेक्ष देश है। इसलिए सभी स्कूलों को धर्मनिरपेक्षता का पालन करना चाहिए। ऐसा सुनने में आया कि शुरुआत में केवल 2-3 स्कूलों में यह नियम बदलने की शुरुआत हुई थी। यहां के कुछ मुस्लिम युवकों ने नियम बदलने का दबाव बनाया था, फिर बाद में यह मनमर्जी बढ़ते हुए 50 से ज्यादा स्कूलों तक पहुंच गई। इन युवकों ने स्कूल प्रबंधन पर दबाव बनाया कि इलाके में 70 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम आबादी है। यहां के स्कूलों में मुस्लिम बच्चे भी अधिक हैं, इसलिए यहां रविवार को पढ़ाई होगी और शुक्रवार को छुट्टी रहेगी। डॉ. अजय कुमार ने कहा कि हमें याद रखना चाहिए कि धार्मिक अधिकार, शिक्षा के अधिकार के ऊपर नहीं हो सकते। इस तरह के मामले में दोषियों को चिह्नित कर कार्रवाई करने की जरूरत है। बात दें कि राज्य में कई जगह स्कूलों (schools) में लोगों ने धर्म के नाम पर नियम बदलकर समानांतर व्यवस्था चलाने की कोशिश कर रहे हैं।