Iron Ore Scam Resurfaces in Chaibasa : चाईबासा में अवैध लौह अयस्क (आयरन ओर) का कारोबार एक बार फिर जोर पकड़ता दिखाई दे रहा है।
नोवामुंडी और बड़ाजामदा इलाके में हर दिन लगभग 50 ट्रकों में आयरन ओर निकालकर भेजा जा रहा है। इलाके के लोगों का कहना है कि यह सारा काम लगातार और बिना किसी रोक-टोक के चल रहा है।
अवैध खनन ने फिर पकड़ी रफ्तार
सूत्रों के मुताबिक, अवैध कारोबार (Illegal Business) करने वालों ने बड़ाजामदा स्थित कोर मिनरल्स खदान की चाहरदिवारी तक तोड़ दी है।
यह खदान पहले झारखंड सरकार की थी, लेकिन लीज खत्म होने के बाद से बंद है। अब इसी बंद खदान में एक्सकेवेटर लगाकर रोजाना अवैध उत्खनन किया जा रहा है।
कई और खदानों से भी निकाला जा रहा आयरन ओर
कोर मिनरल्स की खदान ही नहीं, आसपास की दूसरी खदानों से भी चोरीछिपे आयरन ओर निकाला जा रहा है।
वहीं पुराने स्टॉक को भी बाहर निकालकर अलग-अलग फैक्ट्रियों तक भेजा जा रहा है। बताया जा रहा है कि जिन अधिकारियों को इसे रोकने की जिम्मेदारी है, वे चुप्पी साधे हुए हैं और इस चुप्पी की कीमत भी वसूली जा चुकी है।
फाइनेंस से लेकर मैनेजमेंट तक, सब तय
इस पूरे खेल में जमशेदपुर के रहने वाले राजीव नाम के व्यक्ति ने अवैध कारोबारियों को पैसा उपलब्ध कराया है। वहीं संतोष, अरविंद और शाहिद मैदान में उतरकर सारा काम कर रहे हैं।
‘सन्नी’ करता है सिस्टम मैनेज, हर ट्रक से वसूली
सूत्र बताते हैं कि सन्नी (संभवतः काल्पनिक नाम) नाम का व्यक्ति शासन-प्रशासन को मैनेज करने का काम करता है। वह जमशेदपुर के गणेश और विजय नामक लोगों के साथ मिलकर ओड़िशा के बरबिल से आने वाले आयरन ओर कारोबारियों से प्रति टन के हिसाब से वसूली करता है।
यह भी कहा जाता है कि आयरन ओर चाहे वैध हो या अवैध—कोई भी ट्रक बिना पैसा दिए चांडिल या जमशेदपुर (Jamshedpur) नहीं पहुंच सकता।




