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झारखंड मैट्रिक 2025: रांची की तहरीन फातमा बनीं जिला टॉपर, 97.40% अंकों के साथ कायम की मिसाल

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Ranchi News: झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) की मैट्रिक परीक्षा 2025 में रांची जिले की तहरीन फातमा ने 97.40% अंक हासिल कर जिला टॉपर बनने का गौरव हासिल किया।

ऊर्सलाइन कॉन्वेंट स्कूल की इस होनहार छात्रा ने अपनी सफलता से न केवल रांची, बल्कि पूरे झारखंड के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हैं।

साधारण परिवार, असाधारण उपलब्धि

तहरीन के पिता अब्दुल रहमान रांची की सड़कों पर ठेले पर कपड़े बेचकर परिवार का गुजारा करते हैं। सीमित आय और तमाम जिम्मेदारियों के बावजूद उन्होंने अपनी तीन बेटियों की शिक्षा पर कभी समझौता नहीं किया।

अब्दुल रहमान गर्व से कहते हैं, “मैं जितना कमाता हूँ, सब बेटियों की पढ़ाई में लगाता हूँ। तहरीन की मेहनत ने मुझे वह खुशी दी, जो मैंने कभी सपने में भी नहीं सोची थी।”

तीन बेटियों का सपना, इंजीनियरिंग और IPS

अब्दुल रहमान की तीनों बेटियाँ होनहार हैं और सभी का सपना इंजीनियरिंग करने के बाद UPSC परीक्षा पास कर IPS बनना है। तहरीन की इस उपलब्धि पर उनके पिता की आँखें गर्व से चमक रही हैं। वे कहते हैं, “मैंने जो संघर्ष किया, उसका फल बेटियों की कामयाबी से मिल गया।

अब उनकी मंजिल तक पहुँचाने के लिए मैं जी-जान से मेहनत करूँगा।”

अनुशासन और मेहनत की जीत

तहरीन ने अपनी सफलता का राज अनुशासन और नियमित पढ़ाई को बताया। उन्होंने मोबाइल का उपयोग केवल पढ़ाई के लिए किया और सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखी।

तहरीन कहती हैं, “मैंने तय किया था कि भटकाने वाली चीजों से दूर रहकर सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान दूँगी। स्कूल के शिक्षकों और परिवार का सहयोग मेरी सफलता की नींव बना।”

बड़ा सपना, इंजीनियरिंग और IPS

तहरीन का भविष्य का सपना बड़ा है। वे इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर तकनीकी क्षेत्र में देश का नाम रोशन करना चाहती हैं और फिर UPSC परीक्षा पास कर IPS बनकर समाज की सेवा करना चाहती हैं।

वे कहती हैं, “मेरे जैसे परिवारों की बेटियाँ भी सपने देखने से न डरें। मेहनत और आत्मविश्वास से हर मंजिल हासिल की जा सकती है।”

लड़कियों ने मारी बाजी

JAC मैट्रिक 2025 के परिणाम में टॉप 5 में शामिल 14 छात्रों में 12 लड़कियाँ हैं, जिनमें तहरीन फातमा भी शामिल हैं। इस साल 4,33,944 छात्रों में से 91.71% उत्तीर्ण हुए, और लड़कियों ने मेरिट लिस्ट में दबदबा बनाया।

तहरीन की यह उपलब्धि केवल परीक्षा में टॉप करने की कहानी नहीं, बल्कि संघर्ष, समर्पण, और आत्मविश्वास की प्रेरक गाथा है, जो झारखंड की बेटियों को नई ऊँचाइयों की ओर प्रेरित कर रही है।

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