Jamshedpur News: झारखंड में आबकारी सिपाही भर्ती के दौरान 2024 में हुई 12 मौतों के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने सख्त रुख अपनाया है।
जमशेदपुर के पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता दीपक कुमार की शिकायत पर NHRC ने बुधवार को झारखंड सरकार के गृह विभाग के विशेष सचिव को चार हफ्तों के भीतर जवाब देने का आदेश दिया है।
क्या है मामला?
अगस्त और सितंबर 2024 में झारखंड के सात केंद्रों पर आबकारी सिपाही भर्ती की शारीरिक दक्षता परीक्षा (PET) के दौरान छह केंद्रों पर 12 प्रतिभागियों की मौत हो गई थी।
इस दौरान करीब 400 उम्मीदवारों की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। सूत्रों के अनुसार, इस दौड़ में कुल 1,27,572 उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था।
दीपक कुमार की शिकायत
मानवाधिकार कार्यकर्ता दीपक कुमार ने NHRC को शिकायत भेजकर इस मामले को गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि कोरोना के बाद पहली पुलिस भर्ती में 10 किलोमीटर की दौड़ जैसे कठिन मापदंडों ने युवाओं की जान ले ली।
दीपक ने सवाल उठाया कि दौड़ से पहले उम्मीदवारों का हार्ट और ब्लड प्रेशर टेस्ट क्यों नहीं किया गया। उन्होंने यह भी पूछा कि इतनी बड़ी त्रासदी के बाद सरकार ने तुरंत शारीरिक परीक्षा के नियमों में बदलाव क्यों नहीं किया।
NHRC का निर्देश
NHRC के सहायक रजिस्ट्रार (विधि) अतुल कुमार ने पत्र जारी कर झारखंड सरकार को 4 जुलाई तक विस्तृत रिपोर्ट सौंपने को कहा है। आयोग ने पूछा है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए हैं।
दीपक कुमार ने कहा कि नौकरी के लिए युवाओं को अपनी जान गंवानी पड़े, इससे बड़ी शर्मिंदगी और कुछ नहीं हो सकती।