Jharkhand News: झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) ने गुमला विधानसभा की पूर्व प्रत्याशी निशा भगत को कुडमी समुदाय के खिलाफ अनुचित और असत्यापित बयानों के कारण पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है।
पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी रमेश कुमार महतो ने बताया कि केंद्रीय अध्यक्ष सह डुमरी विधायक जयराम महतो ने निशा भगत को तत्काल प्रभाव से पार्टी के सभी पदों और जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया है। अगले छह वर्षों तक वह पार्टी की किसी भी गतिविधि, पद या दायित्व में हिस्सा नहीं ले सकेंगी।
क्या है मामला?
पार्टी प्रमुख टाइगर जयराम महतो ने कहा कि JLKM का मूल उद्देश्य सभी समाज, लिंग, संप्रदाय, धर्म और जातियों के सम्मान और समानता की रक्षा करना है। हाल ही में विभिन्न मीडिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर निशा भगत द्वारा कुडमी समुदाय के संबंध में भ्रामक और अनुचित बयान सामने आए।
जयराम महतो ने इसे पार्टी की नीतियों और अनुशासन के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयानों से न केवल पार्टी की छवि को गंभीर नुकसान पहुंचा है, बल्कि समाज में भ्रांतियां और विभाजनकारी माहौल भी पैदा हुआ है, जो अस्वीकार्य है।
पार्टी की सख्त कार्रवाई
JLKM ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। जयराम महतो ने स्पष्ट किया कि पार्टी सामाजिक एकता और सम्मान के सिद्धांतों पर कोई समझौता नहीं करेगी। निशा भगत के बयानों को कुडमी समुदाय के खिलाफ अपमानजनक माना गया, जिसके चलते यह कड़ा फैसला लिया गया।


