Jharkhand News: भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव और 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम आतंकी हमले के बाद झारखंड की राजधानी रांची में सार्वजनिक सुरक्षा और आपातकालीन तैयारी को मजबूत करने के लिए 7 मई को मेकॉन परिसर में एक नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल आयोजित किया गया।
इस अभ्यास में उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी-सह-जिला आपदा पदाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री और वरीय पुलिस अधीक्षक (SSP) चंदन कुमार सिन्हा के नेतृत्व में विभिन्न विभागों ने संयुक्त रूप से हिस्सा लिया।
मॉक ड्रिल में इनकी रही भागीदारी
मॉक ड्रिल में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC), स्वास्थ्य विभाग, बिजली विभाग, आपदा प्रबंधन टीम, अग्निशमन विभाग (फायर सेफ्टी), और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
अभ्यास का उद्देश्य नागरिकों, संस्थानों, और बुनियादी ढांचे को शत्रुतापूर्ण हमलों, हवाई हमलों, या प्राकृतिक आपदाओं जैसी आपात स्थितियों के लिए तैयार करना था।
NDRF की विशेष टीम ने ड्रिल से पहले सभी प्रतिभागियों को आपातकालीन प्रक्रियाओं, जैसे निकासी (evacuation), ब्लैकआउट, और बंकरों में शरण लेने की तकनीकों, के बारे में प्रशिक्षण दिया।
आपातकालीन तैयारी पर जोर
उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने कहा, “यह मॉक ड्रिल रांची की सुरक्षा व्यवस्था को परखने और नागरिकों को आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया के लिए तैयार करने का एक महत्वपूर्ण कदम है।”
SSP चंदन कुमार सिन्हा ने जोर देकर कहा कि शहर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और अफवाहों को रोकने के लिए पुलिस पूरी तरह सतर्क है।
ड्रिल के दौरान हवाई हमले की चेतावनी सायरन बजाए गए, और सड़कों पर यातायात रोककर ब्लैकआउट का अभ्यास किया गया।
स्वास्थ्य विभाग ने घायलों के लिए प्राथमिक उपचार और अस्पतालों में आपातकालीन सेवाओं की तैयारी का प्रदर्शन किया।




