Jharkhand News: झारखंड के पलामू जिले में कैटेरी-2 के 19 चिन्हित बालू घाटों की ई-नीलामी (E-Auction) प्रक्रिया गुरुवार से शुरू हो गई है। जिला प्रशासन ने निविदा (Tender) प्रकाशित कर दी है, जिसमें अमानत नदी के 9, उत्तरी कोयल नदी के 7 और सोन नदी के 3 घाट शामिल हैं। यह नीलामी आगामी 5 वर्षों के लिए की जा रही है, जिससे बालू की कमी दूर होने की उम्मीद है।
मुख्य सचिव के निर्देश पर तेजी
राज्य के मुख्य सचिव ने व्यावसायिक बालू घाटों की नीलामी सितंबर के पहले पखवाड़े तक पूरी करने का आदेश दिया है, उसी के तहत पलामू में प्रक्रिया शुरू की गई।
झारखंड रेत खनन नियम 2025 (Jharkhand Sand Mining Rules 2025) के अनुसार, जिला सर्वेक्षण रिपोर्ट में ये 19 घाट कैटेगरी-2 के तहत चिन्हित हैं। इन्हें 7 ग्रुप में विभाजित कर नीलामी की जाएगी। इन घाटों में कुल 101 करोड़ 30 लाख घनफीट से अधिक बालू उपलब्ध है।
नीलामी से पहले Pre-Bid Meeting
बालू घाटों की नीलामी से पूर्व 29 अगस्त को समाहरणालय में Pre-Bid Meeting का आयोजन होगा। जिला खनन पदाधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि नीलामी में जिले के साथ-साथ पूरे राज्य के व्यवसायियों को भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।
पलामू बालू खनिज (Sand Mineral) के मामले में झारखंड के सबसे बड़े जिलों में से एक है, इसलिए राज्य स्तर से इसकी Monitoring की जा रही है।
NGT Ban हटने के बाद Mining शुरू
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) का प्रतिबंध 15 अक्टूबर 2025 को समाप्त हो जाएगा। नीलामी पूरी होने के बाद बालू खनन शुरू हो सकेगा, जिससे निर्माण कार्यों में बालू की किल्लत दूर होगी।
हाल ही में झारखंड के सभी जिलों में 444 बालू घाटों की नीलामी प्रक्रिया शुरू हुई है, जो राज्य के राजस्व और स्थानीय उपलब्धता को बढ़ाएगी।