Jharkhand News: पश्चिम सिंहभूम जिला प्रशासन ने मजदूर नेता और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेता रामा शंकर पांडेय उर्फ रामा पांडेय को छह महीने के लिए जिला बदर कर दिया है। इसके बाद JMM ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से भी छह महीने के लिए निलंबित कर दिया।
यह निर्णय शनिवार को चाईबासा के परिसदन में आयोजित JMM जिला समिति की कोर कमिटी की विशेष बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता जिला अध्यक्ष सोनाराम देवगम ने की।
निलंबन और जांच समिति का गठन
झामुमो जिला प्रवक्ता बुधराम लागुरी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से रामा पांडेय को निलंबित करने का फैसला लिया गया। उनके खिलाफ रंगदारी जैसे गंभीर आरोपों की जांच के लिए सात सदस्यीय समिति गठित की गई है।
इस समिति में जिला सचिव राहुल आदित्य, उपाध्यक्ष दिनेश चंद्र महतो, मो. इकबाल अहमद, दीपक कुमार प्रधान, संगठन सचिव चंद्रमोहन बिरुवा, वृंदावन गोप और प्रवक्ता बुधराम लागुरी शामिल हैं। समिति को 15 दिनों के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट जिला अध्यक्ष को सौंपने का निर्देश दिया गया है।
रामा पांडेय पर आरोप
रामा पांडेय पर रंगदारी और आपराधिक गतिविधियों के आरोप लगे हैं, जिसके चलते जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त की अदालत ने उन्हें 24 घंटे में जिला छोड़ने का आदेश दिया। प्रशासन ने झारखंड अपराध नियंत्रण अधिनियम (Jharkhand Crime Control Act) के तहत यह कार्रवाई की।
झामुमो ने इन आरोपों को गंभीरता से लेते हुए न केवल निलंबन का फैसला लिया, बल्कि मामले की निष्पक्ष जांच के लिए समिति भी गठित की।
बैठक में प्रेम मुंडरी, अकबर खान, मानाराम कूदादा, हरिलाल करजी, अशोक दास, बंधना उरांव, मुजाहिद अहमद, कांडे तीयू, विनय प्रधान, संदेश सरदार और विश्वनाथ बाड़ा सहित कई अन्य झामुमो पदाधिकारी उपस्थित थे।