RIMS Ranchi: रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RIMS) में गुरुवार (21 अगस्त 2025) रात एक गंभीर घटना सामने आई, जब ऑर्थोपेडिक वार्ड के पास स्थित कैंटीन से मंगाई गई चाय पीने के बाद एक महिला जूनियर डॉक्टर की तबीयत अचानक बिगड़ गई।
25 वर्षीय डॉक्टर, जो प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग (Obstetrics and Gynaecology) की प्रथम वर्ष की PG छात्रा हैं, को तत्काल इमरजेंसी वार्ड में ले जाया गया, जहां उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट (Ventilator Support) पर रखा गया है। रिम्स के प्रवक्ता डॉ. राजीव रंजन ने बताया कि यह संदिग्ध रासायनिक जहर (Chemical Poisoning) का मामला प्रतीत होता है।
48 घंटे महत्वपूर्ण
रिम्स प्रबंधन के अनुसार, जूनियर डॉक्टर ने रात में ड्यूटी के दौरान ऑर्थो वार्ड के पास की कैंटीन से चाय मंगाई थी। चाय को थरमस (Thermos) में डालकर रखा गया था।
चाय पीने के बाद डॉक्टर ने इसका स्वाद और गंध खराब होने की शिकायत की और कुछ ही देर में वह बेहोश हो गईं। चिकित्सकों ने अगले 48 घंटे को उनकी हालत के लिए बेहद महत्वपूर्ण (Critical) बताया है।
स्वास्थ्य मंत्री का सख्त रुख
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कैंटीन का लाइसेंस रद्द (License Cancelled) कर दिया और उसे सील (Sealed) करवा दिया। उन्होंने कहा, “इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।”
रिम्स प्रबंधन ने मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. बी. कुमार की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी (Investigation Committee) गठित की है, जो इस घटना की तह तक जाएगी।
फॉरेंसिक जांच शुरू
पुलिस ने चाय के थरमस को जब्त कर फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (FSL) में टॉक्सिकोलॉजी टेस्ट (Toxicology Test) के लिए भेजा है। साथ ही, टॉक्सिकोलॉजी विभाग ने बीमार डॉक्टर के कई सैंपल लिए हैं ताकि जहर की प्रकृति का पता लगाया जा सके। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कैंटीन के एक कर्मचारी को पूछताछ के लिए हिरासत (Detained) में लिया गया है।
कैंटीन संचालक का दावा
कैंटीन संचालक ने दावा किया कि उसी थरमस से अन्य डॉक्टरों को भी चाय दी गई थी, लेकिन उनकी तबीयत खराब नहीं हुई। उन्होंने कहा कि पीड़ित डॉक्टर ने चाय तुरंत नहीं पी, बल्कि उसे थरमस में रखने को कहा था।
बाद में चाय पीने पर यह हादसा हुआ। हालांकि, रिम्स प्रवक्ता डॉ. राजीव रंजन ने स्पष्ट किया, “यह सामान्य खाद्य विषाक्तता (Food Poisoning) का मामला नहीं है। हम रासायनिक जहर की आशंका पर जांच कर रहे हैं।”