Ramgarh News: रामगढ़ के पुलिस अधीक्षक (SP) अजय कुमार संगठित अपराध के खिलाफ लगातार अभियान चला रहे हैं, जिसके तहत दर्जनों अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा गया है। हालांकि, गोला पुलिस की लापरवाही ने इस अभियान को पलीता लगा दिया।
भारतमाला परियोजना के ठेकेदारों से रंगदारी मांगने वाले अमन साहू गैंग के कुख्यात अपराधी आकाश कुमार राय उर्फ मोनू को मंगलवार को रामगढ़ व्यवहार न्यायालय के फर्स्ट क्लास मजिस्ट्रेट कोर्ट ने जमानत दे दी।
जमानत का कारण, गोला पुलिस की लापरवाही
अधिवक्ता विधान चंद्र सिंह और संजय घोष ने बताया कि गोला पुलिस निर्धारित 90 दिनों के भीतर आकाश कुमार राय के खिलाफ चार्जशीट दाखिल नहीं कर पाई।
इसके चलते भादवि संहिता (BNSS) की धारा 187 (3) सब क्लॉज (i) के तहत उसे जमानत मिल गई। आकाश, जो पलामू जिले के मेदिनीनगर थाना क्षेत्र के बारलोता, बायपास रोड का निवासी है, पहले से ही जेल में बंद था।
भारतमाला परियोजना में रंगदारी का आरोप
पुलिस के अनुसार, आकाश कुमार राय पर भारतमाला परियोजना के तहत गोला प्रखंड में चल रहे सड़क निर्माण कार्य को बाधित करने की धमकी देने और ठेकेदारों से रंगदारी मांगने का आरोप था।
वह जेल में रहते हुए भी अपने गुर्गों के माध्यम से इस गैरकानूनी गतिविधि को संचालित कर रहा था। पुलिस ने दावा किया था कि राय के इशारे पर ठेकेदारों को धमकियां दी जा रही थीं।
पुलिस की नाकामी ने बढ़ाई चुनौती!
गोला पुलिस की ओर से चार्जशीट दाखिल न करने की विफलता ने SP अजय कुमार के संगठित अपराध के खिलाफ अभियान को कमजोर किया है।
यह घटना रामगढ़ जिले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है और अपराध नियंत्रण के लिए और सतर्कता की जरूरत को दर्शाती है।