Jharkhand News: झारखंड के बहुचर्चित सेवायत भूमि घोटाला मामले में निलंबित IAS अधिकारी विनय चौबे की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने चार दिनों तक उनसे पूछताछ करने के बाद शनिवार को हजारीबाग सिविल कोर्ट की विशेष ACB कोर्ट में पेश किया।
ACB ने रिमांड अवधि बढ़ाने का आग्रह नहीं किया, जिसके बाद कोर्ट ने विनय चौबे को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
स्वास्थ्य परीक्षण के लिए RIMS रेफर
न्यायिक हिरासत के दौरान जेल के डॉक्टरों ने विनय चौबे का स्वास्थ्य परीक्षण किया। स्वास्थ्य कारणों के चलते उन्हें जेल मैनुअल के तहत रांची के रिम्स (राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) रेफर कर दिया गया।
क्या है सेवायत भूमि घोटाला?
हजारीबाग के खासमहल जमीन घोटाले में विनय चौबे का नाम तब सामने आया, जब ACB की जांच में पाया गया कि 1948 में ट्रस्ट को लीज पर दी गई 2.75 एकड़ जमीन को 2008 से 2010 के बीच गलत तरीके से कुछ लोगों को हस्तांतरित किया गया।
इस जमीन को नियमों के विपरीत सरकारी जमीन बताकर 23 निजी लोगों को बांटा गया, जिस पर अब बड़े कमर्शियल भवन खड़े हैं। इस मामले में विनय चौबे के अलावा पूर्व खासमहल पदाधिकारी विनोद चंद्र झा और अन्य लोग भी आरोपी बनाए गए हैं।


