Lahore’s air defense system destroyed: भारत ने 8 मई को पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों को नाकाम करते हुए लाहौर में उसके एक प्रमुख वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट कर दिया।
विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नल सोफिया कुरैशी, विंग कमांडर व्योमिका सिंह, और विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने इस जवाबी कार्रवाई की जानकारी दी।
यह कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 7 मई को नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के बाद पाकिस्तान की 7-8 मई की आक्रामकता के जवाब में थी।
पाकिस्तान ने उत्तरी और पश्चिमी भारत के 15 ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले की कोशिश की, जिन्हें भारत की S-400 और अन्य वायु रक्षा प्रणालियों ने निष्क्रिय कर दिया।
जवाब में भारत ने लाहौर के रडार और एयर डिफेंस सिस्टम को निशाना बनाया।
पाकिस्तान के हमले नाकाम, भारत का पलटवार
कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि 7-8 मई की रात पाकिस्तान ने श्रीनगर, जम्मू, अवंतिपुरा, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, भटिंडा, चंडीगढ़, और भुज सहित 15 सैन्य और नागरिक ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले का प्रयास किया।
भारत की S-400 सुदर्शन चक्र और अन्य वायु रक्षा प्रणालियों ने इन हमलों को पूरी तरह नाकाम कर दिया।
जवाबी कार्रवाई में भारतीय वायुसेना ने 8 मई की सुबह लाहौर में पाकिस्तान के एक प्रमुख एयर डिफेंस सिस्टम और रडार को नष्ट कर दिया।
कुरैशी ने कहा, “हमारी कार्रवाई सीमित और लक्षित थी, केवल सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया।”
केवल आतंकी ठिकाने निशाने पर
कुरैशी ने स्पष्ट किया कि 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारत ने केवल आतंकी शिविरों को निशाना बनाया, न कि पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को। SCALP, HAMMER मिसाइलों, और ड्रोन-आधारित लॉइटरिंग म्यूनिशन्स ने बहावलपुर (JeM), मुरीदके (LeT), मुजफ्फराबाद, कोटली, सियालकोट, भिंबर, रावलाकोट, नीलम वैली, और चकवाल में नौ आतंकी ठिकानों को 25 मिनट में नष्ट किया।
90 से अधिक आतंकी मारे गए, जिनमें मसूद अजहर के 10 परिवार वाले और चार सहयोगी शामिल थे।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा, “पाकिस्तान ने हमेशा आतंकियों का बचाव किया। मुंबई, पठानकोट, और पुलवामा हमलों के सबूत देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई।”
पुंछ में गुरुद्वारा पर हमला
कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने 6-7 मई को पुंछ में गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा पर गोलाबारी की, जिसमें दीवार, दरवाजा, और शीशे क्षतिग्रस्त हुए।
इस हमले में सिख समुदाय के चार लोग-अमरीक सिंह, रंजीत सिंह, अमरजीत सिंह, और बलविंदर कौर (रूबी)-शहीद हुए। मिसरी ने कहा, “पाकिस्तान का सिख समुदाय को निशाना बनाना निंदनीय है।
हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।” हालांकि, प्रेस कॉन्फ्रेंस में तीन मौतों का उल्लेख किया गया, जो वास्तविक आंकड़े (चार) से मेल नहीं खाता। कुल 15 नागरिक पुंछ, कुपवाड़ा, और बारामुला में मारे गए।


