Bihar News: भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर देश में देशभक्ति की लहर पैदा कर दी है। 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले (26 मृत) के जवाब में भारतीय सेना की इस कार्रवाई ने सोशल मीडिया से लेकर आम जनता तक गर्व का भाव जगा दिया।
इसी भावना से प्रेरित होकर बिहार के कटिहार जिले के कुर्सेला में संतोष मंडल और राखी कुमारी ने अपनी नवजात बेटी का नाम ‘सिंदूरी’ रखा, जो 7 मई को पैदा हुई थी। यह नामकरण न केवल एक परिवार की खुशी, बल्कि देशभक्ति और भावनात्मक जुड़ाव की मिसाल बन गया है।
हमारी बेटी देश की जीत के दिन आई
7 मई को जब भारतीय सेना, नौसेना, और वायुसेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में SCALP और HAMMER मिसाइलों से बहावलपुर (JeM), मुरीदके (LeT), और अन्य आतंकी ठिकानों को 25 मिनट में तबाह किया, उसी दिन कुर्सेला के संतोष मंडल के घर बेटी ने जन्म लिया।
संतोष ने कहा, “हमारी बेटी देश की जीत के दिन आई। ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकियों को सबक सिखाया, और हमने अपनी लक्ष्मी का नाम ‘सिंदूरी’ रखकर इस गौरव को अमर कर दिया।”
उन्होंने बताया कि परिवार ने सर्वसम्मति से यह नाम चुना, क्योंकि यह पल उनके लिए सौभाग्य और देशभक्ति का संगम था।
परिवार का गर्व और सपना
सिंदूरी के नाना कुंदन मंडल ने कहा, “एक तरफ पाकिस्तान पर भारत की विजय, दूसरी तरफ हमारी बेटी का जन्म-यह दोहरा गौरव है। हम सिंदूरी को बड़ा होकर सेना में भेजेंगे, ताकि वह देश की रक्षा करे।”
मामी सिंपल देवी ने भावुक होकर कहा, “सिंदूरी अब सिर्फ हमारी नहीं, पूरे कुर्सेला की शान है। उसका नाम सुनकर लोग ऑपरेशन सिंदूर की बहादुरी याद करते हैं।”
परिवार का कहना है कि यह नाम उनकी बेटी को हमेशा देश सेवा की प्रेरणा देगा। स्थानीय लोगों ने भी इस निर्णय की सराहना की, और कुर्सेला में ‘सिंदूरी’ चर्चा का विषय बन गई है।