Indo-Pak tension: रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RIMS) ने भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव को देखते हुए किसी भी आपात स्थिति से निपटने की पुख्ता तैयारी शुरू कर दी है।
शुक्रवार को रिम्स निदेशक प्रो. (डॉ.) राज कुमार की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में न्यू ट्रॉमा सेंटर, पेइंग वार्ड, और कॉटेज वार्ड में 50 बेड तत्काल चिह्नित किए गए, जिन्हें जरूरत पड़ने पर और बढ़ाने का फैसला हुआ।
बैठक में यह सुनिश्चित किया गया कि सभी 50 बेड पर मॉनिटर और ऑक्सीजन सुविधा 24×7 उपलब्ध रहेगी। इसके अलावा, एक मल्टी-डिसिप्लिनरी मेडिकल टीम गठित करने का निर्णय लिया गया, जिसमें विभिन्न विभागों के विशेषज्ञ चिकित्सक और रेजिडेंट शामिल होंगे।
इस टीम में शामिल हैं ये सभी
न्यूरोसर्जरी: 2 चिकित्सक
जनरल सर्जरी: 2 चिकित्सक
ऑर्थोपेडिक्स: 2 चिकित्सक
मेडिसिन: 2 चिकित्सक
प्लास्टिक सर्जरी: 1 चिकित्सक
नेत्र रोग: 2 चिकित्सक
ईएनटी (कान, नाक, गला): 2 चिकित्सक
एनेस्थीसिया: 2 चिकित्सक, 4 रेजिडेंट
डेंटल (मैक्सिलोफेशियल सर्जरी): 2 चिकित्सक
DGMOs: 6 चिकित्सक
यह टीम न केवल चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेगी, बल्कि जरूरत पड़ने पर प्रशासनिक कार्यों में भी सहयोग करेगी। इसके अतिरिक्त, आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए 50 स्टाफ नर्स, 50 पैरामेडिकल स्टाफ, 15 व्हीलचेयर, और 16 ट्रॉली रिजर्व रखने का निर्णय लिया गया।
रिम्स के सभी भंडारों में दवाइयां, सर्जिकल सामग्री, और अन्य आवश्यक संसाधनों की 24×7 उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। मल्टी-डिसिप्लिनरी टीम प्रत्येक दिन बैठक कर स्थिति की अद्यतन रिपोर्ट निदेशक को सौंपेगी, ताकि किसी भी परिस्थिति में त्वरित कार्रवाई हो सके।
बैठक में प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक, अपर चिकित्सा अधीक्षक, उपाधीक्षक, ट्रॉमा सेंटर प्रभारी, प्रशासनिक पदाधिकारी, प्रोक्योरमेंट पदाधिकारी, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।