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संभल में मिले मंदिर की की होगी कार्बन डेटिंग

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Temples found in Sambhal: संभल में मुस्लिम बहुल इलाके में मिले 46 साल पुराने मंदिर की जिला प्रशासन ने भस्म शंकर मंदिर, शिवलिंग और वहां मिले कुएं की कार्बन डेटिंग (Carbon Dating) कराने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को पत्र लिखा है। इस जांच के जरिए प्रशासन पता करना चाहता है कि मंदिर और इसकी मूर्ति आखिर कितनी पुरानी है।

बता दें कि बिजली चोरी (Electricity Theft) रोकने पहुंची पुलिस और प्रशासन की टीमों ने 1978 से बंद पड़े इस मंदिर को ढूंढा था। इसके बाद 15 सितंबर को इस मंदिर में विधि-विधान से पूजा की गई।

24 घंटे सुरक्षा के लिए टीम कर दी गई है तैनात

जिला मजिस्ट्रेट के मुताबिक यह कार्तिक महादेव (Karthik Mahadev) का मंदिर है। यहां एक कुआं मिला है, जो अमृत कूप है। मंदिर मिलने के बाद यहां 24 घंटे सुरक्षा के लिए टीम तैनात कर दी गई है। CCTV कैमरे लगाए गए हैं। अतिक्रमण को हटाया जा रहा है।

बता दें कि यह मंदिर संभल के खग्गू सराय इलाके में है, जो जामा मस्जिद से सिर्फ एक किलोमीटर दूर है। जामा मस्जिद के आसपास के इलाके में ही 24 नवंबर को मस्जिद सर्वे के आदेश के बाद हिंसा हुई थी। इसमें कुछ नौजवानों की मौत हो गई थी जिसके बाद देश की राजनीति गरमा गई थी।

ये मंदिर सपा सांसद के घर से 200 मीटर की दूरी पर है। मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा, शिवलिंग और नंदी स्थापित हैं। फिलहाल यहां DM और SP ने सुरक्षा के चाक-चौबंद कर दी है। संभल के सीओ ने कहा कि ये मंदिर कई सालों से है। 1978 में जब दंगा हुआ था तब भी मंदिर यहीं था।

यहां सभी को पता है कि दंगे के बाद यहां से हिंदू छोड़कर चले गए थे। स्थानीय मुस्लिम लोगों ने बताया कि इलाके में कई हिंदू परिवार रहते थे, जो मंदिर में पूजा पाठ करते थे। धीरे-धीरे करके हिंदू परिवार यहां से चले गए तब से मंदिर में पूजा पाठ नहीं होती थी।

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