• Latest
  • Trending
  • All
  • बिजनेस
  • लाइफस्टाइल
  • टेक्नोलॉजी
  • हेल्थ
  • ऑटो

CIP रांची में मनाया गया “विश्व सिजोफ्रेनिया दिवस”

3 years ago
आंधी-पानी का कहर, 35 मवेशियों की मौत, सतबरवा-लेस्लीगंज में भारी नुकसान

आंधी-पानी का कहर, 35 मवेशियों की मौत, सतबरवा-लेस्लीगंज में भारी नुकसान

19 hours ago
रांची: जनजातीय क्षेत्रों में संस्कारयुक्त शिक्षा की पहल सराहनीय: राज्यपाल

रांची: जनजातीय क्षेत्रों में संस्कारयुक्त शिक्षा की पहल सराहनीय: राज्यपाल

19 hours ago

DGP अनुराग गुप्ता का सेवा विस्तार नहीं, 30 अप्रैल 2025 तक ही जारी है वेतन पर्ची!

19 hours ago

सुदेश महतो की हेमंत सोरेन को चुनौती, ‘पाक-साफ हैं तो CBI जांच कराएं’

20 hours ago
दुर्गा सोरेन की पुण्यतिथि पर JMM ने दी श्रद्धांजलि, हेमंत सोरेन बोले- ‘झारखंड की आत्मा थे दुर्गा’

दुर्गा सोरेन की पुण्यतिथि पर JMM ने दी श्रद्धांजलि, हेमंत सोरेन बोले- ‘झारखंड की आत्मा थे दुर्गा’

20 hours ago
‘एक फूल दो माली’ प्रेम कहानी, अवैध संबंधों की हवस में रची हत्या की साजिश, पूर्व चौकीदार हत्याकांड का खुलासा

‘एक फूल दो माली’ प्रेम कहानी, अवैध संबंधों की हवस में रची हत्या की साजिश, पूर्व चौकीदार हत्याकांड का खुलासा

20 hours ago
संशोधन कानून पर सुप्रीम कोर्ट में केंद्र का दावा, ‘वक्फ इस्लाम का अनिवार्य हिस्सा नहीं, सरकार ले सकती है जमीन वापस’

संशोधन कानून पर सुप्रीम कोर्ट में केंद्र का दावा, ‘वक्फ इस्लाम का अनिवार्य हिस्सा नहीं, सरकार ले सकती है जमीन वापस’

20 hours ago
ऑपरेशन सिंदूर पर राहुल गांधी का जयशंकर पर तीखा हमला, “पाकिस्तान को सूचना देना अपराध, कितने विमान खोए?”

ऑपरेशन सिंदूर पर राहुल गांधी का जयशंकर पर तीखा हमला, “पाकिस्तान को सूचना देना अपराध, कितने विमान खोए?”

20 hours ago
JLKM ने अवैध वसूली के आरोप में 6 नेताओं को किया सस्पेंड, पत्थर खदानों से उगाही का मामला

JLKM ने अवैध वसूली के आरोप में 6 नेताओं को किया सस्पेंड, पत्थर खदानों से उगाही का मामला

20 hours ago
एकतरफा प्यार में शादीशुदा लड़की से टूटा दिल, फिर ऋत्विक ने दे दी जान

एकतरफा प्यार में शादीशुदा लड़की से टूटा दिल, फिर ऋत्विक ने दे दी जान

20 hours ago
Special Train

झारखंड में यहां जल्द मिलेगी नई स्पेशल ट्रेन, यात्रियों को मिलेगी राहत

20 hours ago
सुधा डेयरी ने बढ़ाए दूध के दाम, प्रति लीटर 2 रुपये की वृद्धि, 22 मई से लागू

सुधा डेयरी ने बढ़ाए दूध के दाम, प्रति लीटर 2 रुपये की वृद्धि, 22 मई से लागू

21 hours ago
  • भारत
  • झारखंड
  • जॉब्स
  • ऑटो
  • टेक्नोलॉजी
  • बिजनेस
  • करियर
  • विदेश
  • हेल्थ
  • मनोरंजन
  • खेल
  • बिहार
  • अजब गज़ब
  • लाइफस्टाइल
    • क्राइम
    • ई-पेपर
    • रिलेशनशिप
Thursday, May 22, 2025
  • Login
News Aroma
  • भारत
  • झारखंड
  • जॉब्स
  • ऑटो
  • टेक्नोलॉजी
  • बिजनेस
  • करियर
  • विदेश
  • हेल्थ
  • मनोरंजन
  • खेल
  • बिहार
  • अजब गज़ब
  • लाइफस्टाइल
    • क्राइम
    • ई-पेपर
    • रिलेशनशिप
No Result
View All Result
News Aroma
No Result
View All Result
  • भारत
  • झारखंड
  • जॉब्स
  • ऑटो
  • टेक्नोलॉजी
  • बिजनेस
  • करियर
  • विदेश
  • हेल्थ
  • मनोरंजन
  • खेल
  • बिहार
  • अजब गज़ब
  • लाइफस्टाइल

May 24, 2022

CIP रांची में मनाया गया “विश्व सिजोफ्रेनिया दिवस”

News Aroma Mediaby News Aroma Media
in झारखंड
Reading Time: 1 min read
A A

रांची: “विश्व सिजोफ्रेनिया दिवस” (World Schizophrenia Day) के अवसर पर केन्द्रीय मनोचिकित्सा संस्थान रांची के बह्यारोग विभागीय परिसर में मंगलवार को एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम चरक बह्यारोग परिसर में हुआ।

जिसमे सभी विभागों के लोगों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का संचालन संस्थान में कार्यरत वरिष्ठ निवासी डॉक्टर डॉ. धीमन ने किया।

संस्थान प्रमुख, निदेशक व प्राचार्य डॉ. बासुदेब दास ने उपस्थित लोगों को इस बीमारी सम्बंधित जानकारी प्रदान की।

उन्होंने बीमारी सम्बंधित लक्षण, अनुवांशिकता, परिवार और वातावरण का प्रभाव व जरुरी उपचार संबधित जानकारी दी।

इसके उपरांत संस्थान की क्लिनिकल सायकोलॉजी विभाग की सहायक प्राध्यापिका डॉ प्रियंका लेंका ने अपने व्याख्यान में सिजोफ्रेनिया के कारणों, उसके लक्षण, जांच के पैमाने वा विश्वस्तर पे इस बीमारी की क्या स्थिति है व कौन-कौन उपचार उपलब्ध है इसकी जानकारी भी दी गई।

इसके बाद के उपक्रम में उपस्थित लोगों के प्रश्नो के उत्तर संस्थान के सहयोगी प्राध्यापक डॉ. सुनीलकुमार सूर्यवंशी ने दिए।

इनमे कुछ प्रश्न जैसे “बीमारी कितने समय में ठीक हो सकती है, व कितने दिनों तक इलाज़ की जरुरत है व दवाओं के क्या दुष्परिणाम होते है” इनपे प्रकाश डाला गया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन कर कार्यक्रम का समापन भी डॉ.सूर्यवंशी ने किया।

बेहद ही खतरनाक है ये बीमारी

एक ऐसी बीमारी जो रोगी के जीवन को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकती है। हमारा समाज मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के प्रति अब भी सहज नहीं है।

मस्तिष्क के मामले इतने ज्‍यादा जटिल हैं कि आप उसकी कल्‍पना भी नहीं कर सकती। मानसिक स्वास्थ्य में गिरावट अक्सर चिंता और अवसाद जैसे मुद्दों की ओर ले जाती है।

मगर कुछ ऐसी मानसिक बीमारियां भी हैं, जिनके बारे में ज्‍यादातर लोग नहीं जानते। और यह किसी का भी पूरा जीवन प्रभावित कर सकती हैं। ऐसी ही एक बीमारी है सिजोफ्रेनिया।

RelatedPosts

आंधी-पानी का कहर, 35 मवेशियों की मौत, सतबरवा-लेस्लीगंज में भारी नुकसान

आंधी-पानी का कहर, 35 मवेशियों की मौत, सतबरवा-लेस्लीगंज में भारी नुकसान

May 21, 2025

DGP अनुराग गुप्ता का सेवा विस्तार नहीं, 30 अप्रैल 2025 तक ही जारी है वेतन पर्ची!

May 21, 2025

सुदेश महतो की हेमंत सोरेन को चुनौती, ‘पाक-साफ हैं तो CBI जांच कराएं’

May 21, 2025

इस बीमारी में मरीज वास्तविक दुनिया से अलग काल्पनिक जीवन जीने लगता है। भ्रम में रहते हैं।

खुद को ताकतवर, अमीर तो कभी बड़ी-बड़ी बातें करने लगते हैं। हालत गंभीर होने पर ये अपनों से खुद को जान का खतरा महसूस करने लगते हैं। ऐसी स्थिति पर मरीज को चिकित्सक को दिखाना जरूरी है।

सिजोफ्रेनिया के लक्षण

 

आपने इस शब्द के बारे में सुना होगा, लेकिन कितने लोग कह सकते हैं कि वे जानते हैं कि इसका क्या अर्थ है? रोग के कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:

मतिभ्रम: उन चीजों, आवाजों, गंधों या ऐसे लोगों की कल्पना करना, जो वास्तव में वहां नहीं हैं

भ्रम: उन बातों पर विश्वास करना जो सच नहीं हैं, जैसे यह सोचना कि आपका टेलीविजन सेट आपको संदेश भेज रहा है

अव्यवस्थित विचार: विचारों की श्रृंखला का पालन न कर पाना

सिज़ोफ्रेनिया के बारे में तथ्य

यहां सिज़ोफ्रेनिया के बारे में कुछ तथ्य दिए गए हैं जो आपको बीमारी की गंभीरता को समझने में मदद करेंगे:

1. यह पूरी दुनिया में 20 मिलियन लोगों को प्रभावित करती है

द लैंसेट के एक अध्ययन के अनुसार, सिज़ोफ्रेनिया अन्य मानसिक स्वास्थ्य मुद्दों की तरह सामान्य नहीं हो सकता

है, लेकिन पूरी दुनिया में काफी आबादी को प्रभावित करता है।

2. इससे जल्दी मरने का खतरा बढ़ जाता है

क्लिनिकल साइकोलॉजी की वार्षिक समीक्षा में प्रकाशित शोध की मानें तो, जो लोग सिजोफ्रेनिया से पीड़ित हैं,

उनके सामान्य आबादी की तुलना में जल्दी मरने की संभावना दो से तीन गुना अधिक होती है।

यह हृदय रोगों और संक्रमण जैसी शारीरिक बीमारियों के बढ़ते जोखिम और आत्महत्या के विचार के उच्च उदाहरणों के कारण हो सकता है।

3. इसके कारण अज्ञात हैं

चिकित्सा समुदाय अभी भी यह नहीं जानता है कि किसी व्यक्ति में सिज़ोफ्रेनिया का क्या कारण है। बहुत से लोग मानते हैं कि यह आनुवंशिक कारकों और सामाजिक वातावरण का एक संयोजन है।

हालांकि, मानसिक बीमारी के सटीक कारण का पता नहीं चल पाया है। इसका मतलब यह भी है कि इसे रोकना या जोखिम वाले व्यक्तियों की पहचान करना आसान नहीं है। जिससे समय पर निदान प्रभावित होता है।

4. निदान करना आसान नहीं है

एक व्यक्ति को अक्सर यह एहसास नहीं हो पाता कि वे सिजोफ्रेनिया से पीड़ित हो सकता हैं। इसलिए, समय पर मदद नहीं ले पाता।

इसके अलावा, रोग के निदान में चिकित्सा पेशेवरों की सहायता के लिए कोई विशेष परीक्षण नहीं हैं।

5. यह प्रबंधनीय है

सिजोफ्रेनिया के लक्षण रोगियों के दैनिक जीवन को प्रभावित कर सकते हैं और सामाजिक अलगाव का कारण भी बन सकते हैं।

इसलिए, जल्द से जल्द इलाज शुरू करना महत्वपूर्ण है। एक बार जब व्यक्ति नियमित दवाएं लेना शुरू कर देता है, तो बीमारी का प्रबंधन किया जा सकता है।

491
SHARES
1.4k
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter
Previous Post

रांची चुटिया में बुजुर्ग महिला की पत्थर से सिर कूचकर हत्या

Next Post

हजारीबाग में कोयला चोरी के मामले में चार गिरफ्तार

Next Post

हजारीबाग में कोयला चोरी के मामले में चार गिरफ्तार

News Aroma

Copyright © 2025 News Aroma.

Navigate Site

  • About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact

Follow Us

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In
No Result
View All Result
  • भारत
  • झारखंड
  • जॉब्स
  • ऑटो
  • टेक्नोलॉजी
  • बिजनेस
  • करियर
  • विदेश
  • हेल्थ
  • मनोरंजन
  • खेल
  • बिहार
  • अजब गज़ब
  • लाइफस्टाइल
    • क्राइम
    • ई-पेपर
    • रिलेशनशिप

Copyright © 2025 News Aroma.