Amid rising tensions in Gaza: इजराइल ने मिस्र और कतर के मध्यस्थों के जरिए गाजा में 45 दिन के अस्थायी युद्धविराम का प्रस्ताव रखा है। इसके बदले में 11 इजराइली बंधकों की रिहाई और हमास द्वारा हथियार डालने की शर्त रखी गई है।
हालांकि, हमास ने निरस्त्रीकरण की मांग को सिरे से खारिज कर दिया। कसाम ब्रिगेड्स ने एक वीडियो जारी कर इजराइली हमलों की चेतावनी दी, जिसमें कहा गया कि यदि बमबारी जारी रही तो बंधकों की जान खतरे में पड़ सकती है।
वहीं, वाइट हाउस के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने कहा कि अमेरिकी नागरिक एडन एलेक्जेंडर की रिहाई ट्रंप प्रशासन की प्राथमिकता है। पिछले महीने हमास और अमेरिकी अधिकारियों के बीच इस मुद्दे पर बातचीत भी हुई थी। संयुक्त राष्ट्र ने गाजा में मानवीय संकट को “अभूतपूर्व” बताया है। इजराइल की बमबारी और जनवरी 2024 से लागू पूर्ण प्रतिबंधों ने भोजन, दवा और ईंधन की आपूर्ति को लगभग ठप कर दिया है।
हमास का गंभीर आरोप
कसाम ब्रिगेड्स ने दावा किया कि इजराइली सेना ने जानबूझकर उस स्थान पर बमबारी की, जहां अमेरिकी बंधक एडन एलेक्जेंडर को रखा गया था। हमास का कहना है कि इस हमले के बाद बंधक और उसके रखवालों से संपर्क टूट गया। संगठन ने इजराइल पर बंधकों की हत्या कर अंतरराष्ट्रीय दबाव से बचने का आरोप लगाया।
हमास ने एक वीडियो किया जारी
शनिवार को हमास ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें 21 वर्षीय एलेक्जेंडर को जीवित दिखाया गया। वीडियो में वह तनावग्रस्त नजर आए और उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से गाजा से निकालने की अपील की। उन्होंने इजराइली PM बिन्यामिन नेतन्याहू पर गलत जानकारी फैलाने का भी आरोप लगाया। गाजा में बढ़ते तनाव और मानवीय संकट के बीच अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजर इस क्षेत्र पर टिकी है।